Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Sep, 2017 10:48 AM
आवारा पशुओं के खिलाफ छेड़ी मुहिम के बाद जिला प्रशासन के हाथ-पांव उस समय फूल गए जब आम आदमी पार्टी (आप) लीडरशिप की तरफ से गांव शेरगढ़ से 2 ट्रालियों में आवारा पशुओं को पकड़ कर नगर निगम में छोड़ने की भनक पुलिस को लग गई।
होशियारपुर (जैन):आवारा पशुओं के खिलाफ छेड़ी मुहिम के बाद जिला प्रशासन के हाथ-पांव उस समय फूल गए जब आम आदमी पार्टी (आप) लीडरशिप की तरफ से गांव शेरगढ़ से 2 ट्रालियों में आवारा पशुओं को पकड़ कर नगर निगम में छोड़ने की भनक पुलिस को लग गई।
आम आदमी पार्टी दोआबा जोन के प्रधान परमजीत सचदेवा ने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मियों ने आवारा पशुओं से भरी एक ट्राली को अपने कब्जे में ले लिया और ट्राली चालक से भी मारपीट की। दूसरी ट्राली को शेरगढ़ गांव के बाहर मेन रोड पर रोक दिया गया।श्री सचदेवा ने कहा कि ये आम लोगों के साथ धक्का है। उन्होंने बताया 15 दिन पहले होशियारपुर के डी.सी. विपुल उज्ज्वल को आवारा पशुओं की समस्या संबंधी ज्ञापन दिया था लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके कारण शहर में आवारा पशुओं की तादाद बढ़ती जा रही है।
आज जब वह थाना सदर से शेरगढ़ को निकलने लगे तो पुलिस ने अपनी गाड़ी उनकी गाडिय़ों के आगे लगा दी और दूसरी पशुओं से भरी ट्राली को शेरगढ़ में ही रुकवा दिया। श्री सचदेवा ने बताया वह तो शांतमय ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। इससे ज्यादा शांतिपूर्वक और क्या होगा, वह तो प्रशासनिक अधिकारियों से जवाब मांगने गए थे कि इन पशुओं को कहां रखें। उन्होंने कहा कि प्रशासन कुभकर्णी नींद सोया पड़ा है।
अगर इन आवारा पशुओं पर 2-3 सालों में अंकुश न लगाया गया तो शहर पशु मंडी बन कर रह जाएगा। उन्होंने कहा ये 2 ट्रालियों की समस्या नहीं ये हजारों पशुओं की समस्या है।गांव शेरगढ़ के लोगों ने बताया कि आवारा पशुओं के कारण उनकी खेती प्रभावित हो रही है। आवारा सांड खेतों में नुक्सान करते हैं, जिन खेतों में घुसते हैं वहां तहस-नहस करते हैं। वे आलू, मटर और मक्की के अलावा किसी भी फसल को टिकने नहीं देते। कर्ज लेकर फसलें उगाते हैं बाद में आवारा जानवर उन्हें खराब करते हैं। उन्होंने कहा कि अब प्रशासन बताए इनका हल क्या है, अब बताओं इन्हें कहां रखें।