Edited By Updated: 12 Mar, 2017 11:29 AM
प्रचंड प्रचार के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब में आम आदमी पार्टी को भले ही 4 संसदीय सीटों पर जीत हासिल हुई थी और 33 विधानसभा हलकों में ‘आप’ को बढ़त हासिल हुई थी, लेकिन इस बार के चुनाव में ‘आप’ उन 33 सीटों पर भी बढ़त कायम नहीं रख पाई।...
चंडीगढ़(रमनजीत): प्रचंड प्रचार के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब में आम आदमी पार्टी को भले ही 4 संसदीय सीटों पर जीत हासिल हुई थी और 33 विधानसभा हलकों में ‘आप’ को बढ़त हासिल हुई थी, लेकिन इस बार के चुनाव में ‘आप’ उन 33 सीटों पर भी बढ़त कायम नहीं रख पाई। लोकसभा चुनाव में जिन 33 सीटों पर ‘आप’ ने परचम फहराया था उनमें से इस बार मात्र 12 विधानसभा सीटों पर ही उसे बढ़त मिल पाई है। हालांकि अन्य इलाकों की बढ़त को मिलाकर आम आदमी पार्टी 20 सीटें जीतने में कामयाब रही।
खास बात यह है कि ‘आप’ से मतभेदों की वजह से सस्पैंड चल रहे सांसद डा. धर्मवीर गांधी और सांसद हरिंद्र सिंह खालसा के लोकसभा क्षेत्रों के 8 विधानसभा क्षेत्रों में इस बार हार मिली है।आम आदमी पार्टी को लोकसभा चुनाव 2014 में संगरूर लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा हलका दिड़बा, सुनाम, भदौड़, बरनाला, महलकलां, मालेरकोटला, धूरी, संगरूर और पटियाला लोकसभा क्षेत्र के नाभा, पटियाला देहाती, सनौर व शुतराणा और श्री आनंदपुर साहिब लोकसभा क्षेत्र के बंगा, नवांशहर, चमकौर साहिब व एस.ए.एस. नगर में बढ़त मिली थी। लुधियाना लोकसभा क्षेत्र के लुधियाना वैस्ट, गिल, दाखा व जगराओं और फतेहगढ़ साहिब लोकसभा क्षेत्र के बस्सी पठाना, फतेहगढ़ साहिब, समराला, पायल, रायकोट व अमरगढ़ में बढ़त मिली थी, वहीं फरीदकोट लोकसभा क्षेत्र के फरीदकोट, कोटकपूरा, जैतो, मोगा, बाघापुराना, निहालसिंहवाला व धर्मकोट विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त मिली थी लेकिन इस बार के चुनाव में इनमें से सिर्फ दिड़बा, सुनाम, भदौड़, बरनाला, महलकलां, दाखा, जगराओं, रायकोट, अमरगढ़, निहालसिंहवाला, कोटकपूरा और जैतो में ही पार्टी जीत को कायम रख पाई।