Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Aug, 2017 02:14 PM
वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का कार्यालय बनने से पहले ही विवादों में अटक गया है, क्योंकि जिला परिषद के अकाली चेयरमैन ने कांग्रेसियों
भटिंडा (बलविंद्र): वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का कार्यालय बनने से पहले ही विवादों में अटक गया है, क्योंकि जिला परिषद के अकाली चेयरमैन ने कांग्रेसियों पर बिना मंजूरी सरकारी इमारत की तोड़-फोड़ करने का आरोप लगाया है परन्तु इस संबंध में कोई भी कांग्रेसी नेता बोलने को तैयार नहीं था व न ही वित्तमंत्री से संपर्क हो सका।
क्या है मामला
भटिंडा कांग्रेस ने फैसला लिया है कि वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का कार्यालय बनाया जाए, जिसके लिए पंचायत भवन, सामने खेल स्टेडियम भटिंडा का चुनाव किया गया। स्वाभाविक है कि वित्तमंत्री से भी मंजूरी ली गई होगी, इसलिए उक्त इमारत की तोड़-फोड़ कर इसको कार्यालय का रूप दिया जाने लगा परन्तु जिला परिषद के अकाली चेयरमैन गुरप्रीत सिंह मलूका ने इस पर ऐतराज किया, जब यह मामला अधूरा लटक रहा है।
कार्यालय बनाने के लिए मंजूरी नहींं ली गई: मलूका
मलूका द्वारा जिला परिषद हाऊस की बैठक बुलाई गई, जिसमें संबंधित ए.डी.सी. शीना अग्रवाल भी थे। बैठक में शीना अग्रवाल ने उत्तर दिया कि पंचायत विभाग के इंजीनियर विंग की जिम्मेदारी बनती है परन्तु हाऊस ने इससे सहमति नहीं जाहिर की, जिसका कहना था कि इंजी. विंग बिना मंजूरी ऐसा नहीं कर सकता। मलूका ने कहा कि इस संबंध में 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो मामले की जांच करेगी। इसके बाद हाऊस की बैठक में यह मामला रखा जाएगा। बिना मंजूरी इमारत की तोड़-फोड़ करने वालों खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।