Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 03:20 PM
सरकारी सिविल अस्पताल में 2 सफाई सेविकाओं का शोषण हो रहा है। अस्पताल के साफ-सफाई करने वाले ठेकेदार द्वारा पिछले 6 माह से इनको वेतन नहीं दिया गया है। ठेकेदार द्वारा जहां उक्त सेविकाओं का उसका कर्मचारी न होने की बात की जा रही है उधर अस्पताल प्रशासन ने...
अमृतसर(दलजीत): सरकारी सिविल अस्पताल में 2 सफाई सेविकाओं का शोषण हो रहा है। अस्पताल के साफ-सफाई करने वाले ठेकेदार द्वारा पिछले 6 माह से इनको वेतन नहीं दिया गया है। ठेकेदार द्वारा जहां उक्त सेविकाओं का उसका कर्मचारी न होने की बात की जा रही है उधर अस्पताल प्रशासन ने डिप्टी मैडीकल कमिश्नर को ठेकेदार का ठेका रद्द करने की चिट्ठी लिख दी है।
सफाई सेविका किरण बाला तथा शिंदर कौर ने बताया कि वे कई वर्षों से सफाई सेवक का काम कर रही हैं। ठेकेदार गुरप्रीत सिंह द्वारा न तो उनका 6 माह से वेतन दिया जा रहा है तथा न ही उनके पर्याप्त फंड दिए गए हैं। ठेकेदार कहता है कि सिविल अस्पताल के एस.एम.ओ. से वेतन लो तथा एस.एम.ओ. कहता है कि ठेकेदार से वेतन लो। वे परेशान हैं कि अब वे किधर जाएं। घर में खाने के भी लाले पड़े हुए हैं तथा उनको वेतन नहीं मिल रहा।
ठेकेदार सफाई सेविकाओं को कर रहा है परेशान : डा. चरनजीत
सिविल अस्पताल के इंचार्ज डा. चरनजीत ने कहा कि ठेकेदार सफाई सेविकाओं को परेशान कर रहा है। डिप्टी मैडीकल कमिश्नर को ठेका रद्द करने का पत्र लिख दिया गया है।
ठेकेदार अपनी मनमर्जी कर रहा है : अश्विनी
सेहत विभाग इम्प्लाइज वैल्फेयर एसो. के नेता अश्विनी ने कहा कि ठेकेदार अपनी मनमर्जी कर रहा है। एस.अम.ओ. पर बेवजह आरोप लगा रहा है। सेहत विभाग को ऐसे ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उधर ठेकेदार गुरप्रीत सिंह ने कहा कि किरण बाला तथा शिंदर कौर उनकी कर्मचारी नहीं है। उन्हें काफी समय पहले चि_ी देकर नौकरी से निकाल दिया गया है। वे बेवजह ही आरोप लगा रही हैं।