चड्ढा कार्यकाल में धार्मिक, शैक्षणिक संस्था की मर्यादा को रखा गया ताक पर

Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Dec, 2017 03:03 PM

in the chadha tenure the educational institution  s limit was kept on

चीफ खालसा दीवान के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चड्ढा की एक प्रिंसीपल के साथ वीडियो वायरल होने के उपरांत अन्य हो रहे खुलासों के मद्देनजर यह बात सामने आई है कि धार्मिक संस्था में सिख रहत मर्यादा को ताक पर रखकर अध्यापक दिवस पर फैशन परेड का भी आयोजन होता था...

अमृतसर (ममता): चीफ खालसा दीवान के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चड्ढा की एक प्रिंसीपल के साथ वीडियो वायरल होने के उपरांत अन्य हो रहे खुलासों के मद्देनजर यह बात सामने आई है कि धार्मिक संस्था में सिख रहत मर्यादा को ताक पर रखकर अध्यापक दिवस पर फैशन परेड का भी आयोजन होता था जिसे देखने के लिए चड्ढा सहित समूह पदाधिकारी पहुंचते थे। इस वर्ष आयोजित इस फैशन परेड के दौरान न केवल अध्यापिकाओं ने रैंप-वाक किया बल्कि फिल्मी गीतों पर नृत्य भी किया जिससे खुश होकर अध्यक्ष महोदय ने उन्हें नकद पुरस्कार दिए।

चीफ खालसा दीवान के सूत्रों और विरोधियों के अनुसार चीफ खालसा दीवान जैसी संस्था के प्रत्येक स्कूल में हर कार्यक्रम अरदास से शुरू होता और सम्पन्न होता है, ऐसे में अध्यापिकाओं का रैंप-वाक और फिल्मी गीतों पर नृत्य करना कहां तक उचित है। उल्लेखनीय है कि स्कूल में हर वर्ष अध्यापक दिवस पर अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन होता था और फैशन परेड भी उसका ही हिस्सा थी। सूत्रों के अनुसार स्कूल में फैशन परेड का आयोजन लगभग 5 साल पहले भी हुआ था जिसमें रैंप-वाक में शामिल अध्यापिकाओं में उक्त प्रिं. रविन्द्र कौर भी शामिल थी।

ई.टी.टी. पास को बनाया प्रिंसीपल, दिलाया राष्ट्रपति से अवार्ड 
 रैप वाक से खुश होकर चड्ढा ने अपने होटल में केवल इन्हीं अध्यापिकाओं को अगले दिन लंच पर भी निमंत्रित किया था। केवल 7 अध्यापिकाएं ही वहां गई थीं जिनमें रविन्द्र कौर भी शामिल थी। उसके कुछ समय बाद ही अचानक रविन्द्र कौर को सभी सीनियर अध्यापिकाओं को नजरअंदाज करके एयरपोर्ट रोड स्थित स्कूल की प्रिंसीपल नियुक्त कर दिया गया जबकि रविन्द्र कौर की शैक्षणिक योग्यता केवल ग्रैजुएशन के साथ ई.टी.टी. है जोकि किसी भी तरह से प्रिंसीपल की योग्यता पूरी नहीं करती। इतना ही नहीं, चड्ढा द्वारा रविन्द्र कौर को राष्ट्रपति से अवार्ड दिलवाना और उस पर और ज्यादा मेहरबान होना भी स्कूल में चर्चा का विषय बना रहा।

अन्य पदाधिकारियों ने क्यों साधे रखी चुप्पी
विरोधियों की मानें तो धार्मिक, शैक्षणिक संस्था जिसके सभी पदाधिकारी वरिष्ठ और मर्यादा में विश्वास रखने वाले हैं, स्कूल में हो रहे ऐसे कृत्यों को देखकर क्यों चुप्पी साधे बैठे रहे। सूत्रों के अनुसार अगर जांच करवाई जाए तो लगभग सभी पदाधिकारी चड्ढा की इन गतिविधियों में पूरी तरह से शामिल थे। चड्ढा द्वारा केवल रविन्द्र कौर ही नहीं बल्कि सी.के.डी. के बहुत से स्कूलों की प्रिंसीपलों के साथ ऐसा व्यवहार करने का पता चला है। चड्ढा की ऐसी ही हरकतों के कारण कुछ माह पहले ही तरनतारन के एक स्कूल की प्रिंसीपल ने अचानक बिना कारण बताए इस्तीफा दे दिया था और आज तक वहां पर प्रिंसीपल का पद खाली पड़ा है।  

नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष पर भी 2 पत्नियां रखने का आरोप
 विरोधियों के अनुसार चीफ खालसा दीवान के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष की बात की जाए तो उन की छवि पर भी कई तरह के आरोप लग रहे हैं। उनके बारे में चर्चा है कि उन्होंने 2 पत्नियां रखी हैं। उनमें से एक शादीशुदा तो दूसरी दूसरी बगैर शादी के है और उससे एक संतान भी है जोकि सिख रहत मर्यादा के नियमों के विपरीत है।

खुलासा होने से पहले त्यागपत्र दे दें दागी दामन वाले : मन्ना
 कांग्रेस के प्रवक्ता मनदीप सिंह मन्ना के अनुसार अगर चीफ खालसा दीवान के उच्च पदों पर बैठे पदाधिकारियों के चरित्र की जांच करवाई जाए तो केवल कुछेक को छोड़कर सभी के दामन दागी ही नजर आएंगे। क्या सिख रहत मर्यादा या श्री अकाल तख्त ऐसे पदाधिकारियों को इस संस्था का पदभार संभालने की अनुमति देता है। अगर नहीं तो उन्हें चाहिए कि वे स्वयं ही अपना खुलासा होने से पहले अपने पदों से त्यागपत्र दे दें ताकि संस्था में कार्यरत बहू-बेटियों की अस्मत सुरिक्षत रहे।  

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!