Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Sep, 2017 11:35 AM
बजरीकम्पनी के रहने वाले एक बालक के डेंगू पॉजिटिव आने के बाद उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे पी.जी.आई. रैफर किया गया है। ऐसे में पठानकोट में डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 88 तक पहुंच गई है, लेकिन इस सबके बीच जिले में डेंगू से सबसे अधिक प्रभावित...
पठानकोट(कंवल, आदित्य): बजरी कम्पनी के रहने वाले एक बालक के डेंगू पॉजिटिव आने के बाद उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे पी.जी.आई. रैफर किया गया है। ऐसे में पठानकोट में डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 88 तक पहुंच गई है, लेकिन इस सबके बीच जिले में डेंगू से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र बन चुके लमीनी की इस दुर्दशा की जिम्मेदारी लेने को कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है। सेहत विभाग इस दुर्दशा के लिए नगर निगम को जिम्मेदार ठहरा रहा है तो वहीं नगर निगम अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
वहीं लमीनी के बाशिन्दों ने रोष व्यक्त करते कहा है कि दोनों विभागों की कारगुजारी के कारण क्षेत्र को डेंगू की मार झेलनी पड़ रही है। जिला पठानकोट में अब तक डेंगू के 88 मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 46 मरीज सिर्फ मोहल्ला लमीनी के हैं। लमीनी निवासी एक मरीज की डेंगू कारण मौत भी हो चुकी है। लमीनी में इतने अधिक मरीज मिलने के बाद से नगर निगम और सेहत विभाग के उन दावों की भी पोल खुल गई है जिसमें दोनों विभागों ने गर्मी के मौसम की शुरूआत में ही डेंगू से निपटने के लिए प्लान तैयार करने की बात कही थी। सेहत विभाग और नगर निगम ने पिछले साल के आंकड़ों के आधार पर क्रिटिकल एरिया चिन्हित करके पहले से ही लोगों को अवेयर करना शुरू कर दिया था, लेकिन बावजूद इसके नतीजे कु छ और ही निकल रहे हैं।