Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jun, 2017 11:26 PM
भारतीय जनता पार्टी बेशक देशभर में हिन्दुत्व के मुद्दे को लेकर काफी अग्रसर है ....
जालंधर(पाहवा): भारतीय जनता पार्टी बेशक देशभर में हिन्दुत्व के मुद्दे को लेकर काफी अग्रसर है तथा उत्तर प्रदेश में जीत के बाद पार्टी इस मसले को लेकर और भी मुखर हो गई है लेकिन केरल में पार्टी को हिन्दुत्व का मुद्दा छोड़कर विकास की बात करनी पड़ रही है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पिछले दिनों केरल में थे, अपने 3 दिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने केरल में भाजपा की सरकार बनाने के लिए वर्करों की नब्ज टटोली।
सूत्रों की जानकारी अनुसार अमित शाह इस बात को लेकर नाराज हैं कि प्रदेश इकाई उस तरीके से काम नहीं कर रही जिस तरीके से उसे करना चाहिए। जानकार बताते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष कुमानम राजशेखरन को शाह ने काम करने के तौर-तरीके बदलने के लिए कहा है। अगर शेखरन अपने काम का तरीका नहीं सुधारते तो आने वाले समय में उनकी छुट्टी भी हो सकती है। बैठक के दौरान शाह इस बात पर नाराज थे कि केरल में भाजपा की छवि अल्पसंख्यक विरोधी की बनाई जा रही है जिसे प्रदेश की इकाई सुधार नहीं पा रही है। इस बात को लेकर शाह ने सीधे तौर पर प्रदेश इकाई को अल्टीमेटम दे दिया है।
उधर शाह ने अपने 3 दिवसीय दौरे के दौरान अलग-अलग बैठकें कीं। बैठकों के दौरान उन्होंने भाजपा की हिन्दुत्व की छवि को एक तरफ रख विकास की बात करने को कहा है। उन्होंने प्रदेश इकाई को निर्देश जारी किए हैं कि केरल में भाजपा की बजाय राजग की बात की जाए तथा केंद्र सरकार की योजनाओं को लोगों के सामने सकारात्मक तरीके से रखा जाए।
सूत्रों का कहना है कि बैठक के दौरान केंद्र सरकार के मवेशियों से संबंधित नोटीफिकेशन को लेकर भी चर्चा हुई। शाह ने साफ किया कि इस मामले पर सरकार ने लोगों से राय मंगवाई है। बैठक के दौरान ही भाजपा के नेताओं ने शाह के सामने यह बात रखी थी कि सख्त हिन्दुत्व की लकीर पर चलते हुए भाजपा के लिए केरल में अपनी जमीन मजबूत करना इतना आसान नहीं रहेगा। आने वाले समय में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर भी भाजपा केरल को गंभीरता से ले रही है। यही कारण है कि अमित शाह ने दलित तथा क्रिश्चियन वर्ग जो केरल में बहुल संख्या में हैं, में भाजपा की छवि बेहतर बनाने को कहा है।