Edited By Updated: 15 May, 2017 09:57 AM
कांग्रेस के राज्यसभा मैंबर ऑस्कर फर्नांडीज ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार पिछले 3 सालों में लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी है और इन 3 सालों में सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिसके साथ नौजवानों को रोजगार मिल सके और आर्थिक.................
जालंधर (स.ह.): कांग्रेस के राज्यसभा मैंबर ऑस्कर फर्नांडीज ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार पिछले 3 सालों में लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी है और इन 3 सालों में सरकार ने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिसके साथ नौजवानों को रोजगार मिल सके और आर्थिक तरक्की की रफ्तार बढ़ सके। लिहाजा 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान लोग भारतीय जनता पार्टी से सरकार के कामों का हिसाब मांगेंगे और कांग्रेस 2019 में एक बार फिर केंद्र की सत्ता पर काबिज होगी। पंजाब केसरी के साथ खास बातचीत के दौरान फर्नांडीज ने कहा कि कांग्रेस ने हाल ही में गुजरात पंचायती चुनाव में बहुत बढिय़ा प्रदर्शन किया है और इस साल के अंत में होने जा रहे गुजरात विधानसभा चुनाव में भी पार्टी बढिय़ा प्रदर्शन करेगी। इसके अलावा अगले साल राजस्थान, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की सरकार बनेगी।
हाल ही में कर्नाटक की 2 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की जीत से यह संकेत मिलता है कि प्रदेश के लोग वहां एक बार फिर कांग्रेस की सरकार लेकर आएंगे। फर्नांडीज ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस के सीनियर नेता एस.एम. कृष्णा की ओर से भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का उपचुनाव के नतीजे पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ा। लिहाजा कर्नाटक में भाजपा का कोई राजनीतिक तीर काम नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव की जीत कांग्रेस के लिए 2019 के चुनाव के लिए जमीन तैयार करेगी।
राहुल गांधी सिद्धांतों की राजनीति करते हैं
भाजपा के प्रधान अमित शाह के मुकाबले राहुल गांधी की राजनीतिक सक्रियता को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में फर्नांडीज ने कहा कि राहुल गांधी का राजनीति करने का अपना तरीका है और वह सिद्धांतों की राजनीति करते हैं। गांधी परिवार के सदस्यों ने देश की खातिर बलिदान दिया है और वह इस बलिदान की अहमियत समझते हैं, वह गंदी राजनीति करने की बजाय सैक्यूलर राजनीति को पहल देते हैं। हालांकि इस समय देश में भारतीय जनता पार्टी की सांप्रदायिक राजनीति सफल साबित हो रही है लेकिन आने वाले दिनों में लोग भाजपा की इस चाल को समझ जाएंगे और कांग्रेस की सैक्यूलर सोच को बदलाव के तौर पर अपनाएंगे। फर्नांडीज ने कहा कि 1977 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस बुरी तरह हार गई थी लेकिन सरकार से अढ़ाई साल बाहर रहने के बाद देश के लोगों ने कांग्रेस को एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लाया था।
‘नोटबंदी ने आर्थिक तरक्की की रफ्तार घटाई’
केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए फर्नांडीज ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले देश में आर्थिक तरक्की की रफ्तार बढ़ाने के बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन वह सभी दावे खोखले साबित हुए हैं। देश में आर्थिक तरक्की ठप्प होकर रह गई है और कारखाने बंद हो रहे हैं। नौजवानों का रोजगार खत्म होने के कारण वह शहरों से गांवों की ओर जा रहे हैं। नोटबंदी ने आर्थिक तरक्की की रफ्तार को घटाने में अहम रोल अदा किया है। नोटबंदी के चलते ही देश को आर्थिक नुक्सान हुआ है और नौकरियां घटी हैं। यह फैसला लेने के बाद दावा किया गया था कि इसके साथ कालेधन पर लगाम लगेगी परंतु नोटबंदी के 6 महीनों के अंदर ही 2000 रुपए के नकली नोट बाजार में आ गए हैं और कालाधन अधिक बढ़ रहा है। चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी की ओर से विदेशों में पड़ा देश का कालाधन वापस लाने के दावे भी खोखले साबित हुए हैं और 3 सालों में केंद्र सरकार इस क्षेत्र में कोई उपलब्धि हासिल नहीं कर सकी है। लोग भारतीय जनता पार्टी के जुमलों को समझ रहे हैं और अगले लोकसभा चुनाव के दौरान अपने वोट की ताकत के साथ वह इसका जवाब देंगे।
‘कांग्रेस नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजैंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है’
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिन्द्र सिंह हुड्डा की केंद्रीय एजैंसियों की ओर से की जा रही पूछताछ के जवाब में फर्नांडीज ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजैंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है और एजैंसियों द्वारा कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। नैशनल हेराल्ड केस पर बोलते फर्नांडीज ने कहा कि यदि सरकार के पास इस मामले में इतने ही पुख्ता सबूत हैं तो वह कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार क्यों नहीं कर लेती लेकिन सरकार ऐसा इसलिए नहीं करेगी क्योंकि उसका मकसद कार्रवाई करना नहीं, बल्कि केंद्रीय एजैंसियों द्वारा कांग्रेस को बदनाम करना है।