Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Nov, 2017 10:11 AM
इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के आर्थिक हालात बेहद खराब चल रहे हैं जिससे कर्मचारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। आर्थिक मंदी के इन हालात के चलते इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के कर्मचारियों को आज 13 तारीख हो जाने के बावजूद तनख्वाह नहीं मिल पाई है। रूटीन की बात की जाए...
जालंधर(पुनीत): इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के आर्थिक हालात बेहद खराब चल रहे हैं जिससे कर्मचारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। आर्थिक मंदी के इन हालात के चलते इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के कर्मचारियों को आज 13 तारीख हो जाने के बावजूद तनख्वाह नहीं मिल पाई है। रूटीन की बात की जाए तो ट्रस्ट कर्मचारियों को पहले सप्ताह में तनख्वाह मिल जाती है जबकि अब आधा माह होने वाला है।
ट्रस्ट अपने लिए हुए लोन चुकाने में भी असमर्थ है। मंदे आर्थिक हालात के चलते ट्रस्ट में कामकाज चलाना भी मुश्किल हो चुका है। ट्रस्ट द्वारा जो नीलामी करवाई जा रही है उसके प्रति भी लोगों का मोह भंग हो रहा है जिसके चलते ट्रस्ट के आने वाले हालात को लेकर चिंता बनी हुई है। ट्रस्ट में कर्मचारियों को तनख्वाह न मिलने की रिपोर्ट भी सरकार तक पहुंच चुकी है। सरकार इस प्रति क्या कदम उठाती है यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा। इस संबंध में ट्रस्ट जल्द ही अपनी बची हुई संपत्ति की नीलामी करवाने जा रहा है। इस बार पिछली बार के मुकाबले संपत्ति के दाम कम किए जाने की संभावना है। बोलीदाताओं को आकर्षित करने के उद्देश्य से ट्रस्ट द्वारा कई योजनाएं बनाई जा रही हैं।
अधर में 94.97 एकड़ स्कीम
ट्रस्ट की 94.97 एकड़ स्कीम के बाद से कोई और स्कीम नहीं आ पाई है। 94.97 एकड़ सूर्या एन्क्लेव एक्सटैंशन स्कीम भी अधर में लटकी हुई है। कोर्ट ने भले ही इस स्कीम पर जताए गए एतराज रद्द कर दिए हैं लेकिन ट्रस्ट अभी भी इस स्कीम का रास्ता खोल नहीं पाया है जिसके चलते यहां संपत्ति खरीदने वालों को अभी तक पोजैशन नहीं मिल पाया है। यहां पर अवैध कब्जों को लेकर प्लाट मालिकों द्वारा ट्रस्ट कार्यालय के समक्ष धरने प्रदर्शन भी किए गए लेकिन इसके बावजूद ट्रस्ट द्वारा कब्जे नहीं हटवाए गए।