Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Aug, 2017 12:07 PM
शहीदों की इस धरती पर जहां सैंकड़ों सैलानी व युवा पीढ़ी शहीदों की प्रतिमाओं पर माथा टेककर उनके नक्शे कदम पर चलने की सौगंध लेती है व कई
फिरोजपुर (चावला): शहीदों की इस धरती पर जहां सैंकड़ों सैलानी व युवा पीढ़ी शहीदों की प्रतिमाओं पर माथा टेककर उनके नक्शे कदम पर चलने की सौगंध लेती है व कई संस्थाओं द्वारा नशों की रोकथाम हेतु विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं, वहीं नगर का वातावरण अवैध रूप से शराब पिलाने वाले दुकानदारों ने खराब कर रखा है। मांस-मछली वाले दुकानदार कथित तौर पर शराब पिलाकर नगर (शहर) का माहौल खराब कर रहे हैं, जिसका सीधा असर युवा पीढ़ी पर पड़ रहा है।
शहर व छावनी क्षेत्र बना शराब पिलाने का अड्डा
शहर व छावनी क्षेत्र में दुकानदार मांस-मछली के साथ कथित तौर पर अवैध रूप से शराब पिलाते हैं और लोग अपनी कारों में बैठकर शराब का सेवन करते हैं। कई पुलिस की परवाह किए बिना अपनी कारों की डिक्की के ऊपर गिलास रखकर पैग से पैग टकराते नजर आते हैं तथा इन सड़कों/क्षेत्रों में परिवार के साथ लोगों का गुजरना मुश्किल हो गया है।
रेहडिय़ों पर लगता है शराब पीने वालों का तांता
शहर व छावनी के कई एरिया ऐसे हैं जो रात के समय अनारकली बाजार बन जाते हैं। रेहडिय़ों पर शराब पीने वालों का तांता लग जाता है। दूर-दूर से लोग इन ठिकानों पर शराब व सिगरेट पीने के लिए आते हैं। लोगों को न तो पुलिस की परवाह है तथा न ही जिला प्रशासन की। शहर व छावनी में कई क्षेत्रों में लोग रेहडिय़ों व दुकानों पर कथित तौर पर सरेआम शराब पीते हैं।
पुलिस की कार्यशैली पर लगा प्रश्नचिन्ह
कई स्थानों पर रात को शराब के कारण लड़ाई-झगड़े भी हुए हैं, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्रचिन्ह लगता नजर आ रहा है। और तो और रात को देर तक शराब का चलन चलता है, जो झगड़े का कारण बनता है। पुुलिस द्वारा शहर व छावनी में अपनाई गई चुप्पी कई तरह की आशंकाओं को जन्म दे रही है। ऐसा कथित तौर पर मिलीभगत से ही यह अवैध शराब पिलाने का धंधा प्रफुल्लित हो रहा है। इसी कारण शराब पिलाने वालों के हौसले बुलंद हैं। क्या एस.एस.पी. फिरोजपुर इस तरफ कोई ध्यान देंगे?