Edited By Updated: 24 Nov, 2016 01:14 PM
एक ओर उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने अवैध कालोनियों और अवैध निर्माणों के प्रति सख्ती बरतने के आदेश दिए थे परन्तु उनके बिल्कुल
जालंधर (खुराना): एक ओर उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने अवैध कालोनियों और अवैध निर्माणों के प्रति सख्ती बरतने के आदेश दिए थे परन्तु उनके बिल्कुल उलट जालंधर नगर निगम ने चुनावी माहौल शुरू होने के चलते डिच मशीनों से काम लेना बंद कर दिया है जिससे शहर में अवैध बिल्डिंगों की बाढ़-सी आ गई है। गौरतलब है कि ऐसा ही नजारा कई साल पहले तब देखने को मिला था जब चौधरी जगजीत सिंह लोकल बॉडीज मंत्री हुआ करते थे, तब अवैध बिल्डिंगों में निगम स्टाफ ने करोड़ों की वसूली की थी। आज फिर वही हालात बन रहे हैं, माडल टाऊन हो या मिट्ठापुर के आसपास का क्षेत्र या फिर मकसूदां जैसा पिछड़ा क्षेत्र हो, हर जगह अवैध बिल्डिंगों का बनना लगातार जारी है। इससे स्पष्ट है कि शहर में अवैध बिल्डिंगों के नाम पर करोड़ों रुपए की अवैध कमाई का सिलसिला दोबारा शुरू हो गया है।
आर.टी.आई. एक्टिविस्ट खोल रहे हैं पोल
इन दिनों आर.टी.आई. एक्टिविस्ट अवैध बिल्डिंगों के मामले में नगर निगम की पोल खोलने में लगे हुए हैं। रविन्द्र पाल सिंह चड्ढा ने हाल ही में आर.टी.आई. के माध्यम से शहर की 13 अवैध बिल्डिंगों बारे निगम से जानकारी प्राप्त की जिसे लेकर निगम में हड़कम्प मचा हुआ है क्योंकि ज्यादातर बिल्डिंगें राजनेताओं के करीबियों और प्रभावशालियों की हैं। निगम ने श्री चड्ढा को जवाब तो दे दिया है परन्तु आने वाले दिनों में निगम को ऐसी बिल्डिंगों के खिलाफ कोई न कोई एक्शन लेना ही पड़ेगा।
STP की तैनाती के बावजूद शहर के हालात खराब
सरकार ने सीनियर टाऊन प्लानर के रूप में हेमंत बत्तरा का आधिकारिक कार्यालय जालंधर बना रखा है। गौरतलब है कि पूरे पंजाब में एस.टी.पी. लैवल के अधिकारी बहुत ही कम हैं और श्री बत्तरा के पास भी कई निगमों, म्यूनिसिपल कमेटियों और पूरे रिजन का कार्यभार है। इसके बावजूद जालंधर में अवैध बिल्डिंगों पर सख्ती न होना कई सवाल खड़े कर रहा है। चर्चा है कि कुछ माह बाद होने वाले विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत राजनेताओं ने ही डिच मशीनों का प्रयोग कम से कम करने को कहा है।
क्या कहते हैं एस.टी.पी.
शहर में धड़ाधड़ बन रही अवैध बिल्डिंगों बारे जब एस.टी.पी. हेमंत बत्तरा से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि अवैध बिल्डिंगों बारे जो शिकायतें आती हैं उन पर कानूनन कार्रवाई की जाती है। आगामी चुनावों के दृष्टिगत राजनीतिक प्रभाव बारे पूछे जाने पर श्री बत्तरा ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं, कार्रवाई होती रहती है और होगी भी।