Edited By Updated: 28 Apr, 2017 08:38 PM
पंजाब, गोवा और दिल्ली एमसीडी चुनाव हारने के बाद आम आदमी पार्टी में रार शुरू हो गई है। दिल्ली चुनाव में मिली हार...
चंडीगढ़: पंजाब, गोवा और दिल्ली एमसीडी चुनाव हारने के बाद आम आदमी पार्टी में रार शुरू हो गई है। दिल्ली चुनाव में मिली हार के बाद कई नेताओं का गुस्सा अब फूट रहा है। जिसके बाद कई नेता पार्टी के बारे में खुलकर बोल रहें हैं। पंजाब विधानभा में आम आदम्मी पार्टी के विपक्ष के नेता एच.एस. फूलका ने कहा कि यदि सिद्धू पार्टी में होते तो विधानसभा चुनाव में पार्टी की स्थिति और होती। उन्होंने कहा सिद्धू को चुनाव से पहले पार्टी में शामिल कराया जाना चाहिए था। इसके साथ ही मनप्रीत बादल, परगट सिंह व जगमीत बराड़ को भी शामिल कराने से पार्टी मजबूत होती। ये नेता पार्टी में शामिल होना चाहते थे लेकिन पार्टी ने इन्हें शामिल नहीं किया।
यहां बातचीत करते हुए फूलका ने कहा कि विधानसभा चुनाव से नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत बादल, जगमीत बराड़ और परगट सिंह आदि के शामिल होने से आप पार्टी और मजबूत होती। इससे चुनाव में आम आदमी पार्टी की स्थिति कुछ और ही होती। उन्होंने कहायदि पंजाब विधानसभा चुनाव में भगवंत मान को पंजाब में सीएम का चेहरा घोषित किया जाता तो पार्टी का प्रदर्शन आज के मुकाबले काफी अलग होता। भगवंत मान के पार्टी छोडऩे की बयानबाजी के बारे में फूलका ने कहा कि मान इस्तीफा दे रहे हैं या नहीं इसके बारे मैं कुछ नहीं कह सकता। फूलका ने कहा कि वह पीसीए के सदस्य और केपेंन कमेटी के चेयरमैन हैं। इसके बारे में कोई और क्या कह सकता है।
शिरोमणि अकाली पर निशाना साधते हुए फूलका ने कहा की अगर पंजाबी अकाली दल और सुखबीर बादल की इतनी बुरी हालत ना करते तो हम जैसे आम लोगों को राजनीति में आने का मौका न मिलता। इसका जवाब पंजाबियों ने उन्हें दिया है और उनकी पार्टी पंजाब में तीसरे नंबर पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ने पंजाब विधानसभा चुनाव का परिणाम की घोषणा के बाद आप के पंजाब प्रभारी संजय सिंह और सह प्रभारी दुर्गेश पाठक से इस्तीफा मांगा था। दोनों ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में सुखबीर बताएं कि वह कब इस्तीफा देंगे।