Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Dec, 2017 11:45 AM
पहले दीनानगर पुलिस स्टेशन के अधीन सीमावर्ती गांव चौंता के पास एक संदिग्ध वर्दीधारी आतंकवादी के दिखाई देने की घटना। फिर पाकिस्तान की 3 किश्तियों का भारतीय सीमा में प्रवेश करना तथारावी दरिया के पार भरियाल इलाके में सैना द्वारा आतंकवादियों की मीटिंग...
गुरदासपुर(विनोद): पहले दीनानगर पुलिस स्टेशन के अधीन सीमावर्ती गांव चौंता के पास एक संदिग्ध वर्दीधारी आतंकवादी के दिखाई देने की घटना। फिर पाकिस्तान की 3 किश्तियों का भारतीय सीमा में प्रवेश करना तथारावी दरिया के पार भरियाल इलाके में सैना द्वारा आतंकवादियों की मीटिंग संबंधी संदेश इंटरसैप्ट करना किसी बड़े खतरे की सूचना का अदांजा सभी गुप्तचर एजैंसिया लगा रही हैं।
बेशक अभी पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है परंतु पठानकोट एयरबेस पर जनवरी 2016 को हुए हमले से पहले आतंकवादियों के दिखाई देने की घटना को भी पुलिस ने तब हलके में लिया था जो बाद में पूरे देश को हिला देने वाला मामला प्रमाणित हुआ था। अगर अब भी सीमा पर हो रही इन हलचलों को गंभीरता से न लिया तो और आतंकी हमले हो सकते हैं।
कुछ रोज पहले गुरदासपुर निवासी एक वैटर्नरी डाक्टर हरदीप सिंह जो गांव चौंता से धमरई जा रहा था ने एक वर्दीधारी को बंदूक सहित देखे जाने की सूचना पुलिस को दी थी। तब पुलिस ने सर्च अभियान चलाया था परंतु हाथ कुछ नहीं लगा था। भरियाल इलाके की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि इसके 3 ओर दरिया तथा एक तरफ पाक की सीमा लगती है।
मंदबुद्धि व गूंगे-बहरे लोगों को भारतीय सीमा में प्रवेश करवा कर सुरक्षित रास्तों की तलाश की जा रही
गुप्तचर एजैंसियों का मानना है कि पाकिस्तान की गुप्तचर एजैंसी आई.एस.आई. पंजाब के रास्ते घुसपैठ करवाने की कोशिश कर रही है तथा इस संबंधी सुरक्षित रास्तों की तलाश कर रही है। पहले आई.एस.आई. ने मंदबुद्धि लोगों को पंजाब के साथ लगती सीमा के रास्ते भारत में प्रवेश करवाना जारी रखा तथा कुछ माह तो यह स्थिति रही कि हर सप्ताह एक मंदबुद्धि व्यक्ति पाकिस्तान से भारत में प्रवेश करता पकड़ा जाता रहा। उसके बाद कुछ माह गूंगे व बहरे लोगों को भारतीय सीमा में प्रवेश करवा कर सुरक्षित रास्तों की तलाश की जाती रही।
रावी दरिया से भी घुसपैठ करना आसान
जिला गुरदासपुर व जिला पठानकोट की भारत-पाक सीमा पर स्थिति यह है कि एक तो सारी सीमा पर रावी, उज्ज दरिया आदि बहते हैं, दूसरा पाकिस्तान के मुकाबले भारतीय इलाका 5 से 8 फुट तक ढलान पर है । रावी व उज्ज दरिया के पानी के बहाव का दबाव सदा ही भारतीय इलाके की तरफ बना रहता है। पाकिस्तान ने जिला गुरदासपुर तथा पठानकोट की सीमा के सामने विशाल हाजीपुर गुजरांवाला धुस्सी बांध बना रखा है। वहां पर कई स्टर्ड व स्पर बना कर पानी का दबाव भारतीय इलाके की तरफ मोड़ रखा है। इसी तरह रावी दरिया की स्थिति ऐसी है जिस कारण वहां से भी भारत में घुसपैठ करना आसान है।
पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले भी दरिया के रास्ते भारत में प्रवेश हुए थे
दीनानगर पुलिस स्टेशन पर 15 जुलाई 2016 में हुए आतंकी हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी भी दरिया के रास्ते भारत में प्रवेश किए थे परंतु तब भी हमारी सुरक्षा एजैंसियों की लापरवाही के कारण वे आतंकवादी भारत में प्रवेश करने में सफल हुए थे तथा पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले भी दरिया के रास्ते भारत में प्रवेश हुए थे।यदि बीते 2-3 दिन से सीमा पर हो रही गतिविधियों को सुरक्षा एजैंसियों ने मात्र मामूली बात कह कर टाल दिया तो हो सकता है कि हमें एक बार फिर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ें।