Edited By Updated: 17 Jan, 2017 03:18 PM
सेतिया कालोनी निवासी एक व्यक्ति द्वारा रेलगाड़ी के आगे आकर आत्महत्या किए जाने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मिले सुसाइड
अबोहर (भारद्वाज, रहेजा): सेतिया कालोनी निवासी एक व्यक्ति द्वारा रेलगाड़ी के आगे आकर आत्महत्या किए जाने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मिले सुसाइड नोट के आधार पर यह बात सामने आई है कि उसने अपनी पत्नी के अवैध संबंधों से दुखी होकर मौत को गले लगाया था। मृतक के घर से जी.आर.पी. पुलिस को मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने इस मामले की दोबारा से जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला
मृतक बाबूराम पुत्र भानीराम के भाई सुखदेव ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि उसकी भाभी चरणजीत कौर चन्नी पत्नी बाबूराम के उत्तम नगर निवासी बिल्लू सिंह युवक के साथ अवैध संबंध चल रहे थे जिसके चलते मई 2016 में उक्त युवक को चरनजीत ने अपने घर में बुलाया था और इस बात को उक्त युवक ने भी भरी पंचायत में माना था जिसके बाद पंचायत में यह राजीनामा हुआ कि उक्त चरणजीत आज के बाद ऐसी किसी प्रकार की हरकत नहीं करेगी, लेकिन चरणजीत अपनी हरकतों से बाज नहीं आई और उक्त युवक के साथ उसका प्रेम प्रसंग वैसे ही चलता रहा। सुखदेव ने बताया कि एक दिन चरणजीत की नानी विद्या देवी उसे व उसकी बेटी निशु को कुछ दिनों के लिए अपने साथ रहने के लिए ले गई थी जहां पर उसका बिल्लू सिंह से वैसे ही प्रेम प्रसंग चलता रहा और एक दिन फिर से उसे उक्त युवक के साथ रंगे हाथों काबू भी किया गया और युवक को पुलिस के हवाले किया गया। सुखदेव ने बताया कि 12 जनवरी को उसके भाई बाबूराम की पत्नी के ननिहाल वालों ने बाबूराम को अपने घर पर बुलाया था जिस पर बाबूराम अकेले ही उनके घर पर चला गया। जहां पर बाबूराम के ननिहाल व ससुराल वालों ने उसे जलील किया, जिससे परेशान होकर उसके भाई बाबूराम ने उनके घर के निकट से गुजरने वाली रेल लाइन पर जाकर गाड़ी के आकर अपनी जान दे दी। सुखदेव ने बताया कि इत्तेफाक से जिस गाड़ी के नीचे आकर बाबूराम ने अपनी जान दी थी उसी गाड़ी में उसका भतीजा सवार था जो कि अपनी बुआ को गिद्दड़बाहा में लोहड़ी देकर वापस अबोहर आ रहा था जिसने इस घटना के बाद अपने चाचा बाबूराम की पहचान की थी। उधर, जी.आर.पी. पुलिस ने उस समय धारा 174 की कार्रवाई के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया था।
क्या लिखा सुसाइड नोट में
घर से बाबूराम द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट उसकी अलमारी से 5 दिनों बाद बरामद हुआ था जो उन्होंने जी.आर.पी. पुलिस को दे दिया था, जिसमें उसने लिखा था कि वह अपने 4 वर्ष के बेटे नक्श व दो वर्ष की मासूम बेटी निशु तथा अपने पूरे परिवार से माफी चाहता है कि वह अपनी पत्नी से दुखी होकर इस घटना को अंजाम दे रहा है। मृतक ने सुसाइड नोट में कहा है कि उसकी मौत के जिम्मेदार उसकी पत्नी चरणजीत कौर, उसका प्रेमी बिल्लू पुत्र मंगतराम, चरणजीत कौर का मौसा, चरणजीत कौर की मां व उसके दो भाई तथा उसकी नानी हैं, जिनके कारण उसका जीना भी मुहाल हो रहा है। सुसाइड नोट में बाबूराम ने कहा कि है कि चरणजीत कौर का मौसा उसका घर तुड़वाकर चरणजीत की शादी कहीं और करना चाहता था ताकि तलाक के बाद उसके मकान व अन्य संपत्ति में हिस्सा ले सके। मृतक ने सुसाइड नोट में कहा है कि इन सभी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए जिनके कारण वह अपने दो मासूम बच्चों को इस दुनिया में अकेला छोड़कर जा रहा है।
पुलिस कर रही है जांच
अब पुलिस मामले की गहनता से जांच कर आगे की कार्रवाई कर रही है। मृतक के परिजनों ने पुलिस से उक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि अगर शीघ्र उक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई न की गई तो वे संघर्ष करने को मजबूर होंगे।