Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Nov, 2017 04:34 AM
हरीके वैटलैंड को विश्व स्तरीय टूरिज्म स्थल बनाने के लिए पंजाब सरकार ने तेजी से कार्य शुरू कर दिया है और वैटलैंड में मध्य प्रदेश के चंबल से घडिय़ाल, कछुए एवं विशेष किस्म के मेंढ़क छोड़े जाएंगे, जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनेंगे। आने वाले दिनों में...
फिरोजपुर(मल्होत्रा): हरीके वैटलैंड को विश्व स्तरीय टूरिज्म स्थल बनाने के लिए पंजाब सरकार ने तेजी से कार्य शुरू कर दिया है और वैटलैंड में मध्य प्रदेश के चंबल से घडिय़ाल, कछुए एवं विशेष किस्म के मेंढ़क छोड़े जाएंगे, जो लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनेंगे। आने वाले दिनों में हरीके बर्ड सैंक्चुअरी विश्व पर्यटन के नक्शे पर आ जाएगी।
इस सैंक्चुअरी पर पहले भी लाखों की संख्या में विदेशी पक्षी पहुंचते थे लेकिन पूर्व अकाली-भाजपा सरकार द्वारा जल बस चलाने के बाद साइबेरियन पक्षियों के अलावा अधिकतर विदेशी पक्षी बस के शोर-शराबे से या तो मर गए थे या फिर सैंक्चुअरी छोड़ कर चले गए थे। लेकिन एक बार फिर इस सैंक्चुअरी को विश्व के पर्यटन नक्शे पर लाने के लिए क्रोकोडाइल एक्सपर्ट डा. बी.सी. चौधरी की अध्यक्षता में विशेषज्ञों डा. असगर नवाब, डा. सुरेश बाबू, गीतांजलि, डा. नीरज गुप्ता की टीम यहां पहुंच गई है और जिसने फिरोजपुर, तरनतारन और कपूरथला जिलों तक करीब 10 हजार एकड़ में फैली इस सैंक्चुअरी के विभिन्न जलाशय स्थलों का दौरा किया और घडिय़ालों को छोडऩे से पहले उनके रहने की अनुकूल एवं प्रतिकूल परिस्थितियों का जायजा लिया।
डा. चौधरी ने बताया कि टीम जल्द ही यहां घडिय़ाल छोडऩे बारे अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। निरीक्षण टीम में शामिल चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन पंजाब कुलदीप कुमार ने बताया कि इसके बाद हरीके में ही कछुआ हैचरी बनाए जाने की योजना विभाग तैयार कर रहा है।