Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Oct, 2017 08:16 AM
1984 के दिल्ली दंगों के कथित दोषी जगदीश टाइटलर को बचाने के लिए सी.बी.आई. की तरफ से सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं, क्योंकि सी.बी.आई. अब तक 3 बार टाइटलर को क्लीन चिट दे चुकी है परन्तु उसके खिलाफ इतने सबूत हैं कि सी.बी.आई. उसके खिलाफ एक्शन लेने से भाग...
मुल्लांपुर दाखा (संजीव): 1984 के दिल्ली दंगों के कथित दोषी जगदीश टाइटलर को बचाने के लिए सी.बी.आई. की तरफ से सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं, क्योंकि सी.बी.आई. अब तक 3 बार टाइटलर को क्लीन चिट दे चुकी है परन्तु उसके खिलाफ इतने सबूत हैं कि सी.बी.आई. उसके खिलाफ एक्शन लेने से भाग रही है और अब दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान मनजीत सिंह जी.के. द्वारा केजरीवाल पर टाइटलर को बचाने के आरोप लगाए गए हैं।
टाइटलर को केजरीवाल नहीं केन्द्र की मोदी सरकार बचा रही है, क्योंकि सी.बी.आई. केंद्र सरकार के अधीन है और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति को टाइटलर को बचाने का जवाब केंद्र में मंत्री हरसिमरत कौर बादल से चाहिए। उक्त शब्दों का प्रकटावा पंजाब विधानसभा में विरोधी पक्ष के नेता, सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील एवं हलका दाखा से विधायक एच.एस. फूलका ने अपने दफ्तर दाखा में प्रैस कान्फ्रैंस में किया। उन्होंने कहा कि हरसिमरत कौर बादल केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दे कि हवाला, मनीलांङ्क्षड्रग और दिल्ली दंगों के दोषी टाइटलर को बचाने के लिए सरकार क्यों जोर लगा रही है। फूलका ने कहा कि सी.बी.आई. की तरफ से अब तक टाइटलर को 3 बार क्लीन चिट दी जा चुकी है। पहले 2 बार केंद्र में कांग्रेस सरकार के समय और तीसरी बार भाजपा सरकार के समय।
उन्होंने कहा कि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल केन्द्र में मंत्री है परन्तु उन्होंने एक बार भी केंद्र सरकार को टाइटलर के खिलाफ जल्दी जांच मुकम्मल करने के लिए सी.बी.आई. को आदेश देने के लिए नहीं कहा परन्तु सी.बी.आई. की तरफ से टाइटलर के खिलाफ पेश होने वाले गवाह को भी तंग किया जाता है। उन्होंने बताया कि कड़कडड़ूमा कोर्ट की तरफ से हथियार डीलर और टाइटलर के पुराने साथी अभिषेक वर्मा का पॉलीग्राफी टैस्ट करवाने के लिए दिल्ली सरकार के अधीन आती फोरैंसिक लैब में लेकर जाने के आदेश दिए थे परन्तु लैब में वैज्ञानिक और तकनीशियनों ने सी.बी.आई. की तरफ से नियुक्त जांच अधिकारी की तरफ से दिए गए सवाल ही अभिषेक वर्मा को पूछे थे। इसलिए इसका जवाब हरसिमरत कौर बादल को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली दंगों के मुख्य दोषियों को सजा दिलाकर ही दम लेंगे।