Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 07:35 AM
ट्रोल पंप हिन्दुस्तान पैट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा पैट्रोल और डीजल ढुलाई की टैंडर प्रक्रिया में नई शर्तों के विरोध में स्टेट पैट्रोलियम टैंकर यूनियन की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही। हड़ताल के चलते आज भी जालंधर, भटिंडा, संगरूर के एच.पी....
जालंधर (चोपड़ा): पैट्रोल पंप हिन्दुस्तान पैट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा पैट्रोल और डीजल ढुलाई की टैंडर प्रक्रिया में नई शर्तों के विरोध में स्टेट पैट्रोलियम टैंकर यूनियन की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही। हड़ताल के चलते आज भी जालंधर, भटिंडा, संगरूर के एच.पी. सी.एल. के तीनों टर्मिनलों से किसी भी टैंकर ने पैट्रोल पंपों को सप्लाई करने के लिए पैट्रोल व डीजल भरने से इंकार कर दिया। पंजाब भर के एच.पी.सी.एल. से सबंधित 70-80 प्रतिशत पंप ड्राई हो गए हैं।इस दौरान सोसायटी से संबंधित टैंकर मालिकों, ड्राइवरों व क्लीनरों ने एच.पी.सी.एल. के सुच्ची पिंड टर्मिनल के समक्ष शांतिपूर्वक तरीके से अपना धरना जारी रखा। सोसायटी के प्रदेश प्रधान धर्मेंद्र राणा ने कहा कि आज हड़ताल के चलते राज्य भर के 900 के करीब टैंकर सड़कों पर नहीं उतरे।
उन्होंने बताया कि हड़ताल को स्थगित करने के लिए रीजनल मैनेजर जालंधर रीजन राजिन्द्र प्रसाद ने एक बैठक बुलाकर उन्हें कहा कि 2-3 दिनों में जनरल मैनेजर के साथ उनकी जालंधर में बैठक करवाई जाएगी, जिसमें टैंडर की शर्तों पर उनकी दिक्कतों को सुना जाएगा। सोसायटी तब तक के लिए अपनी हड़ताल को स्थगित करे। राणा ने बताया कि उन्होंने प्रसाद से उक्त आश्वासन लिखित रूप से मांगा परंतु ऐसा न होने के कारण चक्का जाम जारी रखा गया।
इसी बीच पैट्रोलियम डीलर एसोसिएशन, पंजाब के दीपक केसर, यशपाल मित्तल, परमजीत दोआबा, अजयपाल सिंह रंधावा, करणवीर सिंह व अन्यों ने भी एच.पी.सी.एल. टर्मिनल में एक बैठक के दौरान हड़ताल खत्म करवाने को लेकर मध्यस्थता करते हुए अधिकारियों व यूनियन से बातचीत करके मामले का हल निकालने का प्रयास किया परंतु यह बैठक भी बेनतीजा साबित हुई। सोसायटी के जिला प्रधान हरभजन सिंह गिल ने कहा कि एच.पी.सी.एल. अधिकारी जब तक उनकी मांगें नहीं मान लेते तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के तानाशाही रवैये के चलते सैंकड़ों परिवारों की रोजी-रोटी खतरे में पड़ रही है क्योंकि नई टैंडर की शर्तें अगले 5 सालों तक लागू रहेंगी।
एच.पी.सी.एल., बी.पी.सी., आई.ओ.सी. तीनों कंपनियों की टैंडर शर्तों में असमानताएं हों खत्म: मोंटी
पैट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन, पंजाब के प्रवक्ता गुरमीत सिंह मोंटी सहगल ने बताया कि स्टेट टैंकर सोसायटी की हड़ताल के कारण हिन्दोस्तान पैट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड से संबंधित अधिकतर पंप पूरी तरह से ड्राई हो चुके हैं। मोंटी ने बताया कि तेल कंपनी और टैंकर यूनियन के बीच इस गतिरोध के कारण राज्य के उपभोक्ताओं को खासी असुविधाओं का सामना करना पड़ा है। उन्होंने बताया कि पैट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन भी इस मसले के समाधान के लिए वार्ता में शामिल हुई परंतु अभी नतीजा शून्य ही निकला।
उन्होंने बताया कि भारत पैट्रोलियम व इंडियन आयल कॉर्पोरेशन ट्रांसपोर्ट के लिए 2.43 रुपए प्रति किलोलीटर भाड़ा देता है जबकि एस.पी.सी.एल. ने नई टैंडर प्रक्रिया में पहले से चले आ रहे भाड़े को 2.12 रुपए के उलटा कम करके 2.02 रुपए कर दिया है। मोंटी ने कहा कि अगर तीनों तेल कंपनियां एक ही मंत्रालय को रिपोर्ट करती हैं तो उनके भाड़े व टैंडर शर्तों में इतनी असमानताएं क्यों हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय को दखल देकर तीनों कंपनियों के टैंडर शर्तों में असमानताओं को खत्म करवाकर इस समस्या का हल निकालना चाहिए।