Edited By Updated: 16 Dec, 2016 03:50 PM
एक दशक पहले इस हिन्दु एवं दलित बहुल समुदाय के अधिपत्य वाली सीट को कांग्रेस की परम्परागत सीट माना जाता था परन्तु पिछले दो वि.स. चुनावों में इस जिले की एकमात्र आरक्षित सीट पर भाजपा का ही कब्जा है।
पठानकोट: एक दशक पहले इस हिन्दु एवं दलित बहुल समुदाय के अधिपत्य वाली सीट को कांग्रेस की परम्परागत सीट माना जाता था परन्तु पिछले दो वि.स. चुनावों में इस जिले की एकमात्र आरक्षित सीट पर भाजपा का ही कब्जा है। 2002 में इस सीट पर कांग्रेस अंतिम बार जीती थी, उस समय कांग्रेस के रूमाल चंद यहां से विजयी हुए थे। उसके बाद वर्ष 2007 में भाजपा के बिशम्भर दास ने कांग्रेस के रूमाल चंद को इस सीट से पराजित करके जीत दर्ज की तथा पिछले 2012 के चुनावों में भी पहली बार महिला प्रत्याशी के रूप में उतरी भाजपा की सीमा कुमारी ने फिर से इस सीट पर भाजपा को लगातार दूसरी बार ऐतिहासिक जीत दर्ज दिलाते हुए कांग्रेस के बलबीर फतेहपुरिया को हराया। ऐसे में यह सीट भी भाजपा की हॉट सीट के रूप में बनी हुई है। आगामी 2017 में होने वाले वि.स. चुनावों के लिए भी मौजूदा विधायक सीमा कुमारी इस हलके से भाजपा की सशक्त प्रत्याशी (दावेदार) के रूप में आंकी जा रही है।
जातीय समीकरण
दलित: 62 प्रतिशत
(31 प्रतिशत महाशा, 28 प्रतिशत रामदासिया, एक-एक प्रतिशत
मेघ व रटाल, एक प्रतिशत अन्य)
सामान्य: 38 प्रतिशत
पिछले वि.स. चुनाव के परिणाम का ब्यौरा
कुल वोट: 1,49,662
मतदाता
पुरुष: 86,609
महिला: 78,288
कुल: 1,64,889