Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Oct, 2017 11:22 AM
पंजाब में आतंकवाद को लेकर एक बार फिर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। जिस तरह से लगातार हिंदू नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है उससे आनेवाले खतरे को केंद्रीय एजैंसियां व पंजाब पुलिस भांप नहीं पा रही हैं। हिंदू नेताओं की हत्या के लिए विदेशों से लगातार...
जालंधर(रविंदर): पंजाब में आतंकवाद को लेकर एक बार फिर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। जिस तरह से लगातार हिंदू नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है उससे आनेवाले खतरे को केंद्रीय एजैंसियां व पंजाब पुलिस भांप नहीं पा रही हैं। हिंदू नेताओं की हत्या के लिए विदेशों से लगातार फंडिंग हो रही है। यह फंडिंग राज्य में बेरोजगार युवकों तक पहुंचाई जा रही है।
हिंदू नेताओं को टार्गेट कर दोबारा दहशत फैलाने की तैयारी
मोटी फंडिंग के लालच में ये किसी की भी हत्या करने को तत्पर हैं मगर हैरानी की बात यह है कि पंजाब पुलिस व केंद्रीय एजैंसियों को इनके बारे में कोई भी इनपुट नहीं मिल रहा है। न कोई लोकेशन, न मोबाइल डम्प, न हुलिया और न ही कोई क्रिमिनल बैकग्राऊंड जिस कारण आने वाले दिनों में भी ऐसी और हत्याएं हो सकती हैं और पंजाब को दोबारा काले दिनों में ले जाने की विदेशों से रची जा रही गहरी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस व केंद्रीय एजैंसियां पूरी तरह असमर्थ नजर आ रही हैं। खुफिया एजैंसियों को इस बात के पुख्ता इनपुट मिले हैं कि पंजाब में हिंदू नेताओं को टार्गेट कर दोबारा दहशत फैलाने की तैयारी है। विदेशों में बैठी आतंकी ताकतों का प्लान है कि हिंदू नेताओं को डराकर राज्य से बाहर किया जाए ताकि आतंकी लॉबी को आगे कर दोबारा से खालिस्तान की लहर चलाई जा सके। खुफिया एजैंसियां लगातार समय-समय पर पंजाब पुलिस को सतर्क कर रही हैं मगर उसके हाथ लगातार लग रही नाकामी और एक के बाद एक हिंदू नेताओं की हत्या ने पुलिस के सुरक्षा तंत्र की पोल खोल कर रख दी है।
हत्यारों के हो रहे हैं हौसले लगातार बुलंद
तकरीबन सवा साल पहले जालंधर में आर.एस.एस. नेता जगदीश गगनेजा की सरेआम भरे बाजार में हत्या कर दी गई थी। पुलिस तमाम कोशिशों के बाद भी कोई सुराग नहीं ढूंढ पाई। आज मामला सी.बी.आई. के पास है मगर उसके हाथ भी खाली हैं। पुलिस के हाथ कोई भी इनपुट न लगने से हत्यारों के हौसले लगातार बुलंद हो रहे हैं। पुलिस की ढीली कारगुजारी का ही नतीजा रहा कि इसके बाद लुधियाना में माता चंद कौर की हत्या, फिर लुधियाना में हिंदू तख्त के नेता अमित शर्मा का कत्ल, खन्ना में शिवसेना नेता दुर्गा प्रसाद शर्मा की गोली मार कर हत्या, लुधियाना में पादरी की गोली मार कर हत्या और अब लुधियाना में आर.एस.एस. नेता रविंद्र गोसाईं की हत्या कर दी गई।हैरानी की बात यह है कि बार्डर पार से दोबारा पंजाब में आतंकवाद को सरगर्म करने की साजिश रची जा रही है मगर पंजाब पुलिस व अन्य एजैंसियां इस इनपुट को गंभीरता से नहीं ले रही हैं। लगातार विदेशों से फंडिंग हो रही है और नैशनल इन्वैस्टीगेशन एजैंसी (एन.आई.ए.) इस फंडिंग नैटवर्क को तोडऩे में भी नाकाम रही है। अब तो पंजाब के डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा भी खुलकर मानने लगे हैं कि हिंदू नेताओं को विदेशों से फंडिंग हो रही है। उनका यह भी मानना है कि हिंदू नेताओं की हत्याओं के पीछे आपसी संपर्क जरूर हैं और ये एक ही मॉड्यूल की तरफ से हत्याएं की जा रही हैं।