Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Oct, 2017 10:59 AM
जिला संगरूर पुलिस की कारगुजारी पर उस समय सवालिया निशान लग गया जब लाखों रुपए का सरकारी धान खुर्द-बुर्द करने वाले शैलर मालिक पर मामला दर्ज...........
संगरूर (बावा): जिला संगरूर पुलिस की कारगुजारी पर उस समय सवालिया निशान लग गया जब लाखों रुपए का सरकारी धान खुर्द-बुर्द करने वाले शैलर मालिक पर मामला दर्ज होने के उपरांत 9 महीने तक पुलिस उसे गिरफ्तार करने मेंअसफल रही। उधर पीड़ित शैलर मालिक पाटनर दर्शन सिंह ने पंजाब पुलिस से इंसाफ न मिलता देख माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से मामले की जांच सी.बी.आई. या किसी अन्य निष्पक्ष एजैंसी से करवाने के लिए पटीशन दाखिल कर दी है।
माननीय पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट ने पीड़ित पक्ष की अपील पर सुनवाई करते हुए पंजाब सरकार के होम अफेयर व जस्टिस विभाग के सचिव, पंजाब पुलिस के डी.जी.पी., एस.एस.पी. संगरूर, एस.एच.ओ. शेरपुर को बलजिंद्र सिंह चहल एडीशनल एडवोकट जनरल के द्वारा व सी.बी.आई. चंडीगढ़ ब्रांच व पनग्रेन विभाग के मैनेजिंग डायरैक्टर को नोटिस भेजकर अपना पक्ष रखने के लिए अदालत में तलब किया है।
क्या है मामला
नूर एग्रो इंडस्ट्रीज फर्म के मालिक जीवन कुमार निवासी शेरपुर द्वारा कातरो रोड पर एक शैलर किराए पर लेकर फसली वर्ष 2015-2016 में मिङ्क्षलग का काम शुरू किया गया था और आखिर में शैलर बंद करते समय पनग्रेन विभाग का 1572.40 किं्वटल चावल का भुगतान नहीं किया गया। पनग्रेन विभाग के फील्ड अधिकारी द्वारा डी एफ.एस.सी. को इस संबंधित 18 मार्च 2016 लिखित जानकारी दी गई थी, जिस पर विभाग द्वारा पुलिस को मामले की जांच करके कार्रवाई करने के लिए कहा गया।
उधर शैलर पार्टनर दर्शन सिंह ने पुलिस विभाग व पनग्रेन की ढीली कारगुजारी को देखते हुए स्वयं एक लिखित शिकायत पुलिस प्रमुख दे दी तकि नूर एग्रो द्वारा किए जा रहे घपले की जांच समय पर हो सके व उसका शैलर जो नूर एग्रो के द्वारा पनग्रेन के पास गिरवी पड़ा भारमुक्त हो सके। दर्शन सिंह की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच ई.ओ. विंग संगरूर से करवाई व शैलर मालिक सहित पनग्रेन विभाग के अधिकारियों के पास से 5 महीने तक की जांच के उपरांत एस.एस.पी. संगरूर को यह रिपोर्ट दी गई कि नूर एग्रो इंडस्ट्रीज में 1572.40 क्विंटल धान का घोटाला होना पाया गया है। तत्कालीन एस.एस.पी. ने मामले की जांच के उपरांतशैलर मालिक पर मामला दर्ज कर दिया।