Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 03:46 PM
देश जहां स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों में जुटा हुआ है और इसको लेकर जहां देश के कई राज्यों में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है, वहीं
फिरोजपुर (आनंद): देश जहां स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों में जुटा हुआ है और इसको लेकर जहां देश के कई राज्यों में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है, वहीं रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा की कमी यात्रियों पर भारी पड़ सकती है और बनी हुई ऐसी स्थिति के बावजूद सुरक्षा का कवच आज अधूरा है। फिरोजपुर मंडल की बात जाए तो मंडल के अधीन पडऩे वाले रेलवे स्टेशन सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह से महफूज नहीं हैं, जबकि अधिकारियों को अपनी पूरी फिक्र है।
इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले के बाद फिरोजपुर मंडल कार्यालय का एक गेट आज तक बंद पड़ा हुआ है लेकिन रेलवे स्टेशनों के बाहर यात्रियों के लिए बनाई चौकिया उठाई जा चुकी हैं और आर.पी.एफ. का कोई कर्मी ऐसी चौकियों के पास नजर नहीं आता है। यहां तक कि फिरोजपुर जैसे रेलवे स्टेशनों पर आर.पी.एफ. और जी.आर.पी. की ओर से यात्रियों के सामान की जांच-पड़ताल का काम नहीं किया जाता है, इस कमी की वजह से कोई असामाजिक तत्व ट्रेन में बैठ कर सरहदी क्षेत्र से बड़ी आसानी से राजधानी दिल्ली तक मौत का सामान पहुंचा सकता है।
स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर अलर्ट जारी होने के बाद आर.पी.एफ. फिरोजपुर जैसे रेलवे स्टेशन पर मैटल डिटैक्टर नहीं लगा पाई है, जबकि जालंधर, लुधियाना तथा संवेदनशील माने जाने वाले जम्मू तवी रेलवे स्टेशन पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने का काम आज तक अधूरा है। वहीं, गर्मियों में ए.सी. कमरों में बैठे अधिकारी बड़ी आसानी से महफूज सुरक्षा की दुहाई बड़े आराम से दे देते हैं, जबकि असली हकीकत कुछ और ही है। हालांकि स्वतंत्रता दिवस नजदीक आते कुछ मीडिया कर्मियों को बुला कर यात्री सामान की जांच कर फोटो शूट की बदौलत काम का दिखावा आसानी से कर देते हैं। इस संबध में आर.पी.एफ. के कुछ अधिकारियों का कहना है कि रेलवे स्टेशनों पर पूरी तरह से सुरक्षा बरती जा रही है।