Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jul, 2017 01:45 AM
फिल्लौर के एक घर पर भूत-प्रेतों ने धावा बोल दिया है। 15 दिनों से पूरा परिवार अपने घर
फिल्लौर(भाखड़ी): फिल्लौर के एक घर पर भूत-प्रेतों ने धावा बोल दिया है। 15 दिनों से पूरा परिवार अपने घर को ताले लगाकर मंदिर में रहने को मजबूर है। बच्चे भी 2 सप्ताह से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। परिवार वालों का कहना है कि घर का पूरा सामान हवा में उड़ता है।
स्थानीय सब्जी मंडी निवासी राजीव कुमार सोनी व उसके भाई प्रदीप कुमार ने बताया कि वह 4 भाई हैं और सभी शादीशुदा हैं। वह चारों भाई पुलिस अकैडमी फिल्लौर में धोबी का काम करते हैं। 2 भाइयों को सरकारी क्वार्टर मिले हुए हैं जबकि वह और उसका एक अन्य भाई वर्ष 1998 से अपने पुश्तैनी घर में पत्नी व बच्चों के साथ रह रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आज से 15 दिन पहले प्रात: 11 बजे छोटे भाई प्रदीप की पत्नी पूजा जैसे ही घर में बने मंदिर के कमरे में गई तो वहां शौच का ढेर लगा हुआ था। उसे लगा कि शायद कोई जानवर घर के अंदर दाखिल होकर शौच कर गया होगा। उसने इस शौच को उठाकर फैंक दिया। इसके बाद उनके सभी कमरों में उसी प्रकार शौच का ढेर लगना शुरू हो गया। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते घर की रसोई में पड़े बर्तन हवा में उड़कर बाहर गिरने लगे। यही नहीं घर में पड़ा आटे का ड्रम, वाटर कूलर व कपड़े प्रैस करने वाली भारी भरकम इस्त्री तक उड़कर परिवार के लोगों की तरफ व घर के बाहर आकर गिरे। यह हादसा परिवार के 1-2 लोगों ने नहीं बल्कि पूरे परिवार के 9 सदस्यों, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, के सामने हुआ और सभी देखकर हैरान रह गए।
भाई के घर गए तो वहां जूते हवा में उडऩे लगे
अपने घर में घटित होने वाली इन घटनाओं से डर कर पूरे परिवार के लोग घर को ताला लगाकर पुलिस कालोनी में रहने वाले अपने भाई के घर चले गए। वहां मौजूद उनकी भाभी ने बताया कि रात्रि को पूरा परिवार अभी बैठकर खाना खा रहा था कि अचानक से घर के बाहर पड़े पूरे परिवार के जूते हवा में उड़कर उनके पास आकर गिरने शुरू हो गए।
मंदिर में गए तो होने लगी पत्थरों की बरसात
रात को जब वह मंदिर की धर्मशाला में सो रहे थे तो वहां भी उनके ऊपर छोटे पत्थरों की बरसात हुई। अपने घर में रहने के लिए उन्होंने कुछ धर्म गुरुओं से भी बात की, जिन्होंने वहां पहुंच पाठ-पूजा की। पूजा दौरान भी कुछ ऐसे हादसे हुए कि धर्म गुरु भी हाथ खड़े करके चले गए। परिवार की औरतों ने रोते हुए बताया कि अपना अच्छा-खासा घर-बार होते हुए भी वे पिछले 2 सप्ताह से मंदिर में रहने को मजबूर हैं। उनके 2 बच्चे लड़की 9वीं व लड़का 6वीं कक्षा में पढ़ता है, वे 2 सप्ताह से स्कूल नहीं जा सके। दूर-दूर से रिश्तेदार मंदिर में आकर उनका हालचाल पूछ रहे हैं। परिवार ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वह जाएं तो जाएं कहां। रिश्तेदार तक डर कर उन्हें अपने घर नहीं रख रहे। वह पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाएं तो किसके विरुद्ध करवाएं।