Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Oct, 2017 02:45 PM
नई अनाज मंडी में धान की भारी आमद हो रही है परन्तु लिङ्क्षफ्टग व पेमैंट के 48 घंटे में करने के सभी सरकारी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। मंडी में इस समय पैर रखने की जगह नहीं है। मार्कीट कमेटी सचिव ने एजैंसियों को लिङ्क्षफ्टग तुरन्त करने हेतु निर्देश...
नाभा(जैन): नई अनाज मंडी में धान की भारी आमद हो रही है परन्तु लिङ्क्षफ्टग व पेमैंट के 48 घंटे में करने के सभी सरकारी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। मंडी में इस समय पैर रखने की जगह नहीं है। मार्कीट कमेटी सचिव ने एजैंसियों को लिङ्क्षफ्टग तुरन्त करने हेतु निर्देश दिए हैं। कमेटी के घेरे में पड़ते 14 ग्रामीण केंद्रों में भी धान के ढेर लगे हुए हैं।
किसानों का कहना है कि एजैंसी इंस्पैक्टर सुस्त चल रहे हैं। 4-4 दिनों से मंडी में बैठे हैं। हमें कह दिया जाता है कि आपके धान में 17 फीसदी से अधिक नमी है, इसेबाद में खरीदेंगे। गत 15 दिनों से हलका विधायक व कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने मंडी का निरीक्षण नहीं किया। मंडी सुपरवाइजर गुरमाणक सिंह का कहना है कि आगामी 10 दिनों के अंदर मंडी में सरकारी खरीद कार्य मुकम्मल हो जाएगा। मजे की बात यह है कि सत्ताधारी पार्टी के अलावा कोई शिअद नेता भी मंडी में किसानों का दुख दर्द सुनने नहीं आया, जिस कारण किसान परेशान हैं।