Edited By Updated: 04 Dec, 2016 10:16 AM
गुरु नगरी में पहली बार हो रहे 40 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों के सम्मेलन की तैयारियों में भारत व पंजाब सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। सुरक्षा के अति आधुनिक प्रबंध किए गए हैं।
अमृतसर(पुरी): गुरु नगरी में पहली बार हो रहे 40 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों के सम्मेलन की तैयारियों में भारत व पंजाब सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। सुरक्षा के अति आधुनिक प्रबंध किए गए हैं। पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। ट्रैफिक आदि के प्रबंध भी आश्चर्यजनक हैं। एयरपोर्ट रोड से लेकर ताज होटल, हयात होटल, श्री दरबार साहिब व दुर्ग्याना मंदिर तक सख्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
श्री हरिमंदिर साहिब व जलियांवाला बाग में 2 पड़ावों में विदेशी मीडिया के साथ-साथ विदेशी प्रतिनिधियों को ले जाया गया। इस समय चाहे प्रिंट मीडिया को अहम शख्सीयतों से दूर रखा गया, लेकिन वे श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन करके व जलियांवाला बाग में शहीदों को श्रद्धांजलि देकर भाग्यशाली महसूस कर रहे थे।
क्या है ‘हार्ट आफ एशिया’?
‘हार्ट आफ एशिया’ की स्थापना 1 नवम्बर, 2011 को तुकीं की राजधानी इस्ताम्बुल में 14 देशों ने मिलकर रखी थी। इसमें भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, सऊदी अरब, तजाकिस्तान, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान, अजरबैजान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल थे। इन देशों ने आतंकवाद रोकने, नशीले पदार्थों पर रोक, आपदा प्रबंधन, व्यापार-निवेश को बढ़ावा, विकास का ढांचा तैयार करने और शिक्षा का विस्तार जैसी 6 प्राथमिकताओं को चुना था। इसकी सदस्य संख्या अब 40 तक पहुंच चुकी है।
मेहमानों का रात का खाना ‘साड पिंड’ में
छठी मिनिस्टीरियल कांफ्रैंस ऑफ हार्ट ऑफ एशिया में आ रहे सभी मेहमानों के रात के खाने का प्रबंध ‘साडा पिंड’ में था। वहां देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डा. मोहम्मद अशरफ गनी सहित सभी विदेश मंत्री व सहयोगी देशों के मंत्री व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने रात के खाने का आनंद लिया।
देश के प्रधानमंत्री अमृतसर में बने नए फाइव स्टार होटल ‘ताज’ में ठहरे, जबकि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति व पाकिस्तान के विदेश सचिव के रहने का प्रबंध रैडीसन ब्ल्यू में था। इसी तरह अन्य विदेशी डैलीगेट्स के रहने का प्रबंध बड़े होटलों में किया गया, जिनके आस-पास अर्धसैनिक बलों की 11 कम्पनियों के अलावा पंजाब पुलिस ने सुरक्षा घेरा बना रखा है।
4 सत्रों में चला विचारों का आदान-प्रदान
उपलब्ध जानकारी के अनुसार पहले सत्रों में कनैक्टिविटी ऑफ आइडियाज एंड बार्डर्ज ऐज बृजज़ होटल रैडीसन ब्ल्यू में व हयात होटल में दूसरे सत्र में ‘हार्ट ऑफ एशिया एंड कनैक्टिविटी’ पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ। इसमें पहले सत्र में अफगानिस्तान में भारत के पूर्व राजदूत गौतम उपाध्याय, अफगानिस्तान से नजीज कबीरी, कजाकिस्तान से डा. लोरा, जी यूरेैकेशवा, तजाकिस्तान से गुलनेरा कुदरातोया, तुर्की से प्रो. अहमद कासिव ने विचार रखे। इस तरह तीसरे में मल्टी मॉडल, ट्रांसपोर्ट्स कनैक्टिविटी एंड ट्रांजिट, चौथे में व्यापार व निवेश कनैक्टिविटी, आर्थिक विकास सहयोगी विषयों पर सैमीनार हुए। इन विषयों के बावजूद एशियाई देशों में आतंकवाद को चुनौती के तौर पर विचार चर्चा में लाने की बात भी छेड़ी गई।