Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 08:06 AM
रेलवे लाइन के पास से गुजरते वक्त महिलाओं को फोन सुनना उस समय महंगा पड़ा जब फोन सुनते हुए एक महिला की ट्रेन के नीचे आने से मौत हो गई, जबकि दूसरी की हालत गंभीर बनी हुई और तीसरी महिला बाल-बाल बच गई।
फिल्लौर (भाखड़ी): रेलवे लाइन के पास से गुजरते वक्त महिलाओं को फोन सुनना उस समय महंगा पड़ा जब फोन सुनते हुए एक महिला की ट्रेन के नीचे आने से मौत हो गई, जबकि दूसरी की हालत गंभीर बनी हुई और तीसरी महिला बाल-बाल बच गई।
रेलवे पुलिस के मुलाजिम कमलजीत ने मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया, जबकि घायल महिला का उपचार प्राइवेट नॄसग होम में चल रहा है, मृतक महिला के 3 छोटे बच्चे हैं। घटना के तुरन्त बाद गाड़ी को रोक कर डी.एम.यू. के ड्राइवर ने रेलवे पुलिस को बताया कि उसने महिलाओं को फोन पर बातें करते हुए रेलवे पटरी के भीतर आते देख काफी हार्न बजाए, इससे पहले महिलाएं पीछे देखतीं कि हादसा हो गया।
कैसे हुई दुर्घटना
प्रात: 9 बजे पंज ढेरा की रहने वाली महिला कुसुम (33) पत्नी राकेश पड़ोस में रहती अपनी 2 अन्य सहेलियों कमला (35) पत्नी सुकरीन, माधुरी (25) पत्नी विजय तीनों अपने बच्चों के स्कूल में लगने वाले जाति सर्टीफिकेट पर सरपंच के हस्ताक्षर करवाने घर से निकलीं। रेल लाइनों के पास से गुजरते वक्त अचानक कुसुम के मोबाइल फोन की घंटी बजी तो उसने मोबाइल फोन पर बातें करनी शुरू कर दी। इतने में लुधियाना से अमृतसर जाने वाली डी.एम.यू. ट्रेन आ गई।
इस दौरान कुसुम ने अपनी सहेली कमला का हाथ पकड़ रखा था। उसे पता ही नहीं चला कि फोन सुनते वक्त कब रेल लाइनों के बीच चली गई और ट्रेन के नीचे आकर बुरी तरह से कट गई जबकि उसकी सहेली को ट्रेन ने 10 फीट दूर उठाकर फैंका जोकि बुरी तरह से घायल हो गई और तीसरी सहेली माधुरी बाल-बाल बच गई। माधुरी ने बताया कि अचानक घटित हुए हादसे और अपनी पड़ोसन सहेलियों को इस तरह के ट्रेन की चपेट में आते देख वह बदहवास होकर वहीं गिर गई।