Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 08:38 AM
जिले के विभिन्न स्थानों पर स्थित मिनरल वाटर बनाने वाली कुछ फैक्टरियों में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी करपानी के सैम्पल भरे व पैक किया पानी नष्ट करवाया। डा. बलविन्द्र सिंह, डैजीगनेटिड आफिसर (फूड सेफ्टी) के नेतृत्व में फूड सेफ्टी...
जालंधर (रत्ता): जिले के विभिन्न स्थानों पर स्थित मिनरल वाटर बनाने वाली कुछ फैक्टरियों में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी करपानी के सैम्पल भरे व पैक किया पानी नष्ट करवाया। डा. बलविन्द्र सिंह, डैजीगनेटिड आफिसर (फूड सेफ्टी) के नेतृत्व में फूड सेफ्टी आफिसर्ज राशू महाजन व दिव्या भगत की टीम ने सबसे पहले लोहियां खास में ‘एक्वा ब्रेवरीज’ में छापा मारा और वहां से एक्वा टाइम ब्रांड के पानी के सैम्पल भरे तथा वहां पड़े पैक पानी के डिब्बे सील करते हुए फैक्टरी मालिक को नोटिस दिया कि वह तुरन्त पानी पैक करना बंद कर दे।
उपरान्त जिंदा रोड पर स्थित एम.यू. इंटरप्राइजिज से ‘यूरो पर्ल’ ब्रांड के पैक पानी के सैम्पल भरे तथा मालिक द्वारा मौके पर लाइसैंस न दिखाए जाने के कारण उसे नोटिस जारी किया गया। टीम ने जब रामामंडी, सुच्ची पिंड स्थित स्थित ए.डी. इंटरप्राजिज पर छापा मारा तो पता चला कि फैक्टरी तो चालू हालत में नहीं थी जबकि वहां पर पानी पैक करने की मशीन पड़ी थी। अंत में विभाग की टीम जब होशियारपुर रोड पर स्थित न्यू पृथ्वी नगर में अमृतधारा ब्रेवरीज पहुंची तो उक्त फैक्टरी भी हालाकि बंद थी, लेकिन वहां ‘अमृतधारा और गोल्डन मूमैंट’ ब्रांड के पानी के पैक गिलास पड़े थे। फैक्टरी का बी.आई.एस. लाइसैंस कैंसिल होने के कारण विभाग की टीम ने वहां पड़े पैक पानी के डिब्बे नष्ट करवा दिए।
बिना बी.आई.एस. तथा एफ.एस.एस.ए.आई. लाइसैंस के चल रही थीं फैक्टरियां
डा. बलविन्द्र सिंह ने बताया कि मिनरल वाटर की पैकिंग करने के लिए बी.आई.एस. (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ज) तथा एफ.एस.एस.ए.आई. (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ज अथारिटी ऑफ इंडिया) का लाइसैंस जरूरी होता है और इन सभी के पास उक्त लाइसैंस नहीं थे।
238 डिब्बे किए सील
विभाग की टीम ने एक्वा टाइम ब्रांड के 238 डिब्बे (24&200 मि.ली. के गिलास वाले) सील करते हुए फैक्टरी मालिक से कहा कि जब तक सैम्पल की रिपोर्ट नहीं आती इन डिब्बों को छेड़ा न जाए।
300 डिब्बे नष्ट करवाए
टीम ने अमृतधारा व गोल्डन मूमैंट ब्रांड के कुल 300 डिब्बे नष्ट करवाए। हर डिब्बे में 200 मि.ली. पानी वाले 24 गिलास थे।