Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jun, 2017 12:36 PM
पंजाब सरकार द्वारा बजट के दौरान ट्रक यूनियन को तोडऩे के ऐलान से भड़के कस्बे के ट्रक आप्रेटरों ने दी दसमेस ट्रक यूनियन संगरूर के नेतृत्व में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय समक्ष धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मांगों संबंधी मांग पत्र एस.डी.एम....
संगरूर (बेदी): पंजाब सरकार द्वारा बजट के दौरान ट्रक यूनियन को तोडऩे के ऐलान से भड़के कस्बे के ट्रक आप्रेटरों ने दी दसमेस ट्रक यूनियन संगरूर के नेतृत्व में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय समक्ष धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मांगों संबंधी मांग पत्र एस.डी.एम. को सौंपा। इस मौके पर विभिन्न नेताओं ने कहा कि सरकार का यूनियन तोडऩे का फैसला बिल्कुल गलत है क्योंकि इससे ट्रक वालों के साथ-साथ उन पर निर्भर कर्मचारियों के परिवारों का काफी नुक्सान होगा व बेरोजगारी बढ़ेगी।
नेताओं ने कहा कि पंजाब में तकरीबन 134 यूनियनें हैं, जिनके बंद होने से इनसे जुड़े 4 लाख परिवार तकरीबन 12 लाख लोग भूखों मरने के लिए मजबूर हो जाएंगे। नेताओं ने कहा कि पंजाब में इंडस्ट्री मंडी गोङ्क्षबदगढ़, खन्ना, लुधियाना, जालंधर, बटाला, अमृतसर, पठानकोट, होशियारपुर में थी परन्तु अब इन शहरों की ज्यादातर इंडस्ट्री बंद होकर हिमाचल प्रदेश में चली गई और इन सभी शहरों में कहीं भी कोई ट्रक यूनियन नहीं। पंजाब में ट्रक यूनियन तो छोटे-छोटे कस्बों में हैं जो छोटी-छोटी अनाज मंडियों पर निर्भर है। नेताओं ने कहा कि इस फैसले से ट्रक आप्रेटरों द्वारा दिया जा रहा टैक्स बंद हो जाएगा और पंजाब में दूसरे राज्यों के ट्रक चलेंगे और पंजाब के ट्रक आप्रेटर बेरोजगार हो जाएंगे।
नेताओं ने मांग की कि सरकार ट्रक आप्रेटर विरोधी यह फैसला वापस ले। इस मौके पर प्रधान रणदीप सिंह, पूर्व प्रधान कुलविन्द्र सिंह, रविन्द्र पाल सिंह सरपंच, पूर्व प्रधान अमरजीत सिंह जीत, पूर्व प्र्रधान गुरमीत सिंह काका, पूर्व प्रधान हरजीत सिंह आदि उपस्थित थे।
सरकार के प्रति फूटा ट्रक आप्रेेटरों का गुस्सा
सरकार के प्रति ट्रक आप्रेटरों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्रक यूनियनों को पंजाब में सरकार की तरफ से बर्खास्त करने के चलते स्थानीयट्रक यूनियन, दिड़बा ट्रक यूनियन व कार्गाे यूनियन ने सरकार के प्रति रोष व्यक्त करते हुए काली पट्टियां बांधकर आई.टी.आई.चौक में धरना-प्रदर्शन कर प्रशासन को मांग पत्र दिया। इस मौके पर प्रधान ट्रक यूनियन भगवंत सिंह पपनी, मैंबर सुरेश कुमार व पूर्व प्रधान करमिन्द्र सिंह टोनी ने बताया कि वे पंजाब सरकार से मांग करते हैं कि वह अपने फैसले को वापस ले। इस मौके पर मनजीत सिंह, भगवान दास कांसल, दिलबाग सिंह, संत सिंह सेखों, नाजर सिंह, लाडी आदि मौजूद थे।
ट्रक यूनियनें भंग करने के फैसले के रोष में धरना लगाया
पंजाब सरकार द्वारा ट्रक यूनियनों को भंग करने के लिए गए फैसले के विरोध में आज बड़ी संख्या में ट्रक चालकों/मालिकों द्वारा एस.डी.एम. कार्यालय में धरना लगाकर अपने रोष का इजहार किया गया। इस मौके पर ट्रक यूनियन धूरी के प्रधान कमल सिंह और ट्रक यूनियन शेरपुर के प्रधान सुखदेव सिंह ने कहा कि यूनियनें बेहद शांतमयी ढंग से धान और गेहूं के सीजन में मंडियों का काम निपटाने में अहम भूमिका अदा करती हैं। उन्होंने सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस फैसले पर पुनर्विचार कर इसे फौरन वापस लिया जाए। इस मौके पर हरमेल सिंह, हरजिंद्र सिंह, गुरसेवक आदि मौजूद थे।