Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Oct, 2017 11:38 PM
मोगा जिले के गांव जनेर निवासी अवतार सिंह ने मोगा पुलिस के एक हवलदार पर उसके बेटे को पंजाब पुलिस में भर्ती करवाने के नाम....
मोगा(आजाद): मोगा जिले के गांव जनेर निवासी अवतार सिंह ने मोगा पुलिस के एक हवलदार पर उसके बेटे को पंजाब पुलिस में भर्ती करवाने के नाम पर 4 लाख रुपए की ठगी मारने का आरोप लगाया है। इस संबंध में पुलिस ने हवलदार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को दिए शिकायत पत्र में अवतार सिंह पुत्र हरदयाल सिंह निवासी गांव जनेर ने कहा कि उसके लड़के मनदीप सिंह ने अगस्त, 2016 में पंजाब पुलिस की भर्ती में फिजीकल टैस्ट क्लीयर कर लिया था।
इस दौरान हवलदार गुरिन्द्र सिंह मेरे रिश्तेदार गुरप्रीत सिंह निवासी गांव चुघा कलां को मिला तथा कहने लगा कि मैं मनदीप सिंह को पुलिस में भर्ती करवा दूंगा क्योंकि अब इंटरव्यू में पैसे ही चलने हैं तथा 4 लाख रुपए खर्च आएगा। मैंने हवलदार गुरिन्द्र सिंह को 3 अगस्त, 2016 को डेढ़ लाख रुपए तथा 5 अगस्त, 2016 को अढ़ाई लाख रुपए दे दिए। हवलदार गुरिन्द्र सिंह ने कहा कि उसका लड़का पंजाब पुलिस में भर्ती हो जाएगा लेकिन बाद में वह टाल-मटोल करता रहा। इस तरह मेरे 4 लाख रुपए हड़प कर लिए तथा मेरे बेटे को भर्ती नहीं करवाया।
दोनों चैक हुए बाऊंस
अवतार सिंह ने बताया कि मेरे बार-बार कहने पर हवलदार गुरिन्द्र सिंह ने मुझे 28 फरवरी को अढ़ाई लाख रुपए का चैक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का दिया, जब मैंने उसको अपने खाते में जमा करवाया तो उसके खाते में पैसे न होने के कारण चैक बाऊंस हो गया। इस उपरांत हवलदार गुरिन्द्र सिंह ने 4 जून को सारे पैसे वापस करने संबंधी इकरारनामा भी किया तथा कहा कि वह 2 लाख रुपए की पहली किस्त 15 जून को देगा लेकिन उसने नहीं दी। जिला पुलिस अधीक्षक मोगा के आदेशों पर इस मामले की जांच डी.एस.पी. (सिटी) मोगा की ओर से की गई।
जांच दौरान जांच अधिकारी ने हवलदार गुरिन्द्र सिंह को अपना पक्ष पेश करने के लिए 18 तथा 21 जून को परवाने जारी किए लेकिन हवलदार गुरिन्द्र सिंह जांच में शामिल नहीं हुआ तथा न ही अपना पक्ष पेश किया। जांच दौरान शिकायतकत्र्ता के आरोप सही पाए जाने के बाद थाना सिटी मोगा में कथित आरोपी हवलदार गुरिन्द्र सिंह निवासी न्यू अप्रैक्स कालोनी मोगा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला थाना सिटी मोगा में दर्ज किया गया। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। कथित आरोपी की गिरफ्तारी बाकी है।