Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Sep, 2017 12:05 PM
शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान परमजीत सिंह सरना और हरविंद्र सिंह सरना ने आरोप लगाया कि दिल्ली कमेटी के प्रधान मंजीत सिंह
जालंधर(चावला): शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान परमजीत सिंह सरना और हरविंद्र सिंह सरना ने आरोप लगाया कि दिल्ली कमेटी के प्रधान मंजीत सिंह जी.के. और जनरल सचिव मनजिंद्र सिंह सिरसा ने कड़ाह प्रसाद के लिए खरीदे देसी घी में बड़ा घपला करके गोलक की लूट के साथ-साथ संगतों की सेहत को भी दाव पर लगा दिया है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली कमेटी में जून 2017 से नवम्बर 2017 तक देसी घी खरीदने के लिए प्रबंधकों ने जिन कम्पनियों का चुनाव किया था उनमें से एक भारत ऑर्गैनिक एंड डेयरी प्रोडक्ट्स ने 5,630 रुपए प्रति टीन तथा दूसरी कम्पनी स्मृति प्रोडक्ट्स ने 5,400 रुपए प्रति टीन की कोटेशन दी थी।दिल्ली कमेटी के पब्लिक इन्फॉर्मेशन अफसर द्वारा आर.टी.आई. में मांगी जानकारी के उत्तर में दिए दस्तावेजों ने कड़ाह प्रसाद के लिए खरीदे गए देसी घी के घपले की पोल खोली है। दस्तावेजों में कमेटी के उप मैनेजर ने परचेज की जो चिट्ठी कमेटी के जनरल मैनेजर को दी थी, में ज्यादा रेट पर खरीदे देसी घी का खुलासा हुआ है तथा उसके बाद की गई जांच-पड़ताल ने गोलक की लूट को साबित किया है।
उन्होंने बताया कि 5,400 रुपए प्रति टीन वाली कम्पनी की जगह 5,630 रुपए प्रति टीन वाली कम्पनी से 4,500 टीन घी खरीदा गया जबकि 5,400 प्रति टीन की कोटेशन मौजूद थी। इसके अलावा जिस कम्पनी भारत ऑर्गैनिक एंड डेयरी प्रोडक्ट्स से ज्यादा रेट पर घी की खरीद की गई है वह कम्पनी इस पते पर मौजूद ही नहीं है तथा न ही इस पते पर कोई उसका दफतर है बल्कि वहां किसी अविनाश अग्रवाल नाम के एडवोकेट का बोर्ड लगा हुआ है तथा दूसरी कम्पनी स्मृति प्रोडक्ट्स के पते पर फैक्टरी या दफ्तर नहीं बल्कि एक कोठी है जो इस बात का सबूत है कि जी.के. व सिरसा ने गुरु की गोलक में बड़ा घपला तो किया ही है साथ ही अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए संगतों की सेहत भी दाव पर लगा दी है। उन्होंने कहा कि अब जी.के. व सिरसा को इस गलती के बाद दिल्ली कमेटी के ओहदे पर रहने का कोई अधिकार नहीं है, इन्हें तुरन्त अपने इस्तीफे दे देने चाहिएं।