Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 11:00 AM
धान की पराली खेतों में जलाने से रोकने के लिए पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी लुधियाना द्वारा खोज की गई सुपर सट्राअ मैनेजमैंट सिस्टम वाली
भटिंडा (विजय): धान की पराली खेतों में जलाने से रोकने के लिए पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी लुधियाना द्वारा खोज की गई सुपर सट्राअ मैनेजमैंट सिस्टम वाली कंबाइनें ही इस बार धान की कटाई कर सकेंगी, क्योंकि अतिरिक्त जिला मैजिस्ट्रेट ने बिना सुपर सट्राअ मैनेजमैंट सिस्टम वाली कंबाइनों पर पाबंदी लगा दी है।
जारी किए आदेशों में अतिरिक्त जिला मैजिस्ट्रेट डा. शेना अग्रवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल, दिल्ली हाईकोर्ट व अन्य अदालतों मेंं धान की पराली जलाने के मुद्दे व चल रहे केसों के आधार पर पंजाब सरकार द्वारा खेतीबाड़ी यूनिवॢसटी लुधियाना को इस मुद्दे की खोज करने के लिए कहा गया था। यूनिवर्सिटी द्वारा सिफारिश की कई तकनीक, जिस को सुपर सट्राअ मैनेजमैंट सिस्टम का नाम दिया गया, लगी मशीनों को ही धान काटने की आज्ञा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मशीनों द्वारा काटे गए धान की पराली को खेत में जलाने की नौबत नहीं आती व किसान उसको आसानी से खेत में बाह कर अगली फसल की बिजाई कर सकता है।
बताने योग्य है कि सुपर सट्राअ मैनेजमैंट सिस्टम में पहले से ही चल रहीं कंबाइनों में एक ऐसा यंत्र लगा दिया जाता है, जो धान की पराली को खेत में साथ ही बिखेर देता है। इस तरह कुतरी हुई पराली एक बार जुताई करने पर ही मिट्टी में मिल जाती है व किसान को कोई अन्य खर्च या परिश्रम नहीं करना पड़ता। सरकार ने यह फैसला धान की पराली व गेहूं की पराली को खेतों में जलाने से पैदा होते प्रदूषण को रोकने के लिए लिया है।