Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jan, 2018 09:53 PM
हरिंदरपाल सिंह हैरी मान जोकि कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में हलका सनौर से पंजाब असैंबली के चुनाव हार चुके हैं, की तरफ से कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं की एक जनतक सभा में दिया गया बयान कि पंचायत चुनाव में वह कांग्रेस के वर्करों को हर गांव में चुनाव...
पटियाला/रखड़ा(बलजिन्द्र/राणा): हरिंदरपाल सिंह हैरी मान जोकि कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में हलका सनौर से पंजाब असैंबली के चुनाव हार चुके हैं, की तरफ से कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं की एक जनतक सभा में दिया गया बयान कि पंचायत चुनाव में वह कांग्रेस के वर्करों को हर गांव में चुनाव बूथों के प्रबंध के लिए 10-10 तलवारें बांटेंगे, जिनके साथ वे विरोधी पार्टियों के वर्करों के सिर काट सकें।
उन्होंने यह भी सार्वजनिक ऐलान किया कि कोई भी कांग्रेसी वर्कर विरोधी का सिर काटकर उनके पास सीधा आ सकता है और वह उसके खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं होने देंगे। हरिंदरपाल सिंह हैरीमान का यह बयान निंदनीय तो है ही परन्तु उसके साथ हर सभ्यक मानव के मन में यह सवाल भी उठता है कि क्या प्रजातांत्रिक प्रणाली द्वारा चुनी हुई किसी सरकार के राज में ऐसा बुरा और डरावना बयान सार्वजनिक तौर पर किसी नेता की तरफ से दिया जा सकता है?
मेरा हैरीमान को तो यह पूछना कतई वाजिब नहीं होगा कि क्या उनको इस बात का एहसास है कि जो बात उसने अपने बयान में कही है और जो हमने टैलीविजन पर अपने कानों से सुना है, उससे उपजे प्रतिकर्म के कितने भयानक और दूरगामी नतीजे निकल सकते हैं? परन्तु अब मैं इस उधेड़बुन में जरूर पड़ गया हूं कि आखिर जो व्यक्ति बादल सरकार के समय पंजाब का सूचना कमिश्नर, उसके बाद हलका सनौर से कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार और अभी-अभी पंजाबी यूनिवॢसटी की सिंडीकेट का मैंबर मनोनीत हुआ हो वह व्यक्ति ऐसा बयान कैसे दे सकता है?
कैप्टन अमरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री पंजाब की इस मामले में सीधी जवाबदेही बनती है कि वह पंजाब के लोगों को जवाब दें कि क्या वह कानून द्वारा स्थापित प्रजातांत्रिक सरकार के मुख्यमंत्री हैं या जनजातीय युग के किसी जंगल राज के मुख्यमंत्री? पंजाब में अमन-कानून की व्यवस्था के लिए जिम्मेदार पंजाब पुलिस और प्रशासन की इस मामले में चुप्पी कोई अच्छे संकेत नहीं हैं। अब तक तो खुफिया एजैंसियों के हवाले के साथ हरिन्दरपाल सिंह हैरी मान के खिलाफ भारतीय दंडावली के अनुसार बनती धाराओं के तहत मुकद्दमा दर्ज करके उसे गिरफ्तार करना चाहिए था।