Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Dec, 2017 08:57 AM
पंजाब सरकार द्वारा प्रक्रिया ऑनलाइन करके सरल करने के बावजूद भी यू-डाइस सर्वे के प्रोफार्मा भरने में लापरवाही बरतने वाले 127 स्कूलों के नाम जिला शिक्षा विभाग ने डायरैक्टर जनरल ऑफ स्कूल एजुकेशन (डी.जी.एस.ई.) पंजाब को अगली कार्रवाई के लिए भेज दिए हैं
लुधियाना (विक्की): पंजाब सरकार द्वारा प्रक्रिया ऑनलाइन करके सरल करने के बावजूद भी यू-डाइस सर्वे के प्रोफार्मा भरने में लापरवाही बरतने वाले 127 स्कूलों के नाम जिला शिक्षा विभाग ने डायरैक्टर जनरल ऑफ स्कूल एजुकेशन (डी.जी.एस.ई.) पंजाब को अगली कार्रवाई के लिए भेज दिए हैं, ताकि उक्त स्कूलों के संबंधित बोर्ड को लिखकर इनकी लापरवाही बारे शिकायत भी सरकार के स्तर से ही हो सके। यही नहीं विभाग ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन के अलावा आर.टी.ई. पंजाब के नोडल इंचार्ज को भी बाकायदा उक्त स्कूलों के नाम कार्रवाई के लिए भेजे हैं।
इन 127 डिफाल्टर स्कूलों में 5 एन.सी.एल.पी. स्कूल भी शामिल हैं। इस संबंधी शिकायत एडिशनल डिप्टी कमिश्नर डिवैल्पमैंट को भी विभाग ने करके बताया है कि इन स्कूलों ने भी यू-डाइस भरना शुरू नहीं किया। डी.ई.ओ. सैकेंडरी स्वर्णजीत कौर व डी.ई.ओ. एलीमैंटरी जसप्रीत कौर ने संयुक्त रूप से डी.जी.एस.ई. को लिखे पत्र में कहा कि उक्त 127 स्कूलों ने अभी तक यू-डाइस सर्वे का काम शुरू ही नहीं किया है।
आज तक दिया प्रोफार्मा भरने का समय
विभाग ने उक्त डिफाल्टर स्कूलों को प्रोफार्मा भरने का अंतिम मौका देते हुए 14 दिसम्बर तक ऑनलाइन यू-डाइस प्रोफार्मा भरने के लिए कहा है। साथ ही स्कूलों से अभी तक उक्त प्रक्रिया मुकम्मल न करने संबंधी लिखित में जवाब भी मांगा है। अगर फिर भी स्कूलों ने प्रोफार्मा नहीं भरा तो इन स्कूलों की मान्यता रद्द करने संबंधी अब इनके संबंधित बोर्ड को लिखा जाएगा।
सिर्फ पंजाब ने दी ऑनलाइन सर्वे की सुविधा
मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा देशभर के सरकारी व निजी स्कूलों से इस प्रोफार्मा के जरिए आने वाली डिटेल से ही वर्षभर का प्लान बनाया जाता है। पंजाब के स्कूल यू-डाइस प्रोफार्मा को आसानी से भर सकें, इसके लिए इस बार इस प्रक्रिया को विभाग ने ऑनलाइन कर दिया था। इसके लिए बाकायदा स्कूलों को 27 व 29 नवम्बर को भी जिला स्तर पर ट्रेनिंग दी गई।
यह है जिला के स्कूलों की स्थिति
विभाग के मुताबिक लुधियाना के कुल 2996 स्कूलों में से 2480 स्कूलों ने यू-डाइस सबमिट व अप्रूव कर दिया है, जबकि 252 स्कूलों का ऑनलाइन यू-डाइस पूरा भरा जा चुका है लेकिन अभी तक अप्रूव नहीं किया गया। इसके अलावा 127 स्कूल ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए कदम ही नहीं बढ़ाए।
विभाग ने सुविधा के लिए बनाया व्हाट्सएप गु्रप
शिक्षा विभाग की जिला एम.आई.एस. शाखा ने प्रोफार्मा भरने में ढील बरत रहे स्कूलों को सुविधा देने के लिए बाकायदा उनके नंबर एकत्रित करके व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया, ताकि उन्हें प्रोफार्मा भरने संबंधी पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके। यही नहीं स्कूलों को ई-मेल मैसेज व टैलीफोन करके भी यू-डाइस सर्वे प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कहा गया।
स्कूलों को 6 बार भेजे गए थे रिमांडर: एम.आई.एस. को-आर्डीनेटर
एम.आई.एस. को-आर्डीनेटर विशाल कुमार ने बताया कि स्कूलों को 6 बार रिमांडर भी भेजे गए लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों ही बनी हुई है। उन्होंने कहा कि डी.ई.ओ. की ओर से डी.जी.एस.ई. को उक्त स्कूलों की शिकायत कर दी गई है। विभाग ने स्कूलों को फिर एक मौका देते हुए अब 14 दिसम्बर तक उक्त प्रक्रिया को पूरा करने का समय दिया है। अगर फिर भी स्कूलों ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई तो इनकी मान्यता रद्द करने की सिफारिश विभाग को की जाएगी।
लुधियाना-1, मांगट-1 व मांगट-3 में हैं अधिक डिफाल्टर स्कूल
बता दें कि विभाग ने जिन 127 डिफाल्टर स्कूलों के नाम डी.जी.एस.ई. को भेजे हैं, उनमें सी.बी.एस.ई. और पी.एस.ई.बी. से संबंधित स्कूल भी शामिल हैं। लिस्ट में डेहलों-1 ब्लॉक के 4, डेहलों-2 ब्लॉक का 1, दोराहा ब्लॉक के 8, जगराओं ब्लॉक का 1, खन्ना-1 ब्लॉक के 3, खन्ना-2 ब्लॉक के 5, लुधियाना-1 के 17, लुधियाना-2 के 14, माछीवाड़ा ब्लॉक के 5, मांगट-1 के 17, मांगट-2 के 18, मांगट-3 के 17, पक्खोवाल ब्लॉक के 3, समराला-1 का 1, समराला-2 के 3, सिद्धवां बेट-2 का 1, सुधार के 2, रायकोट ब्लॉक के 7 प्राइवेट स्कूलों के नाम शामिल हैं।