Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 09:55 AM
असम सरकार ने सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर सालाना अवार्ड शुरू करने का फैसला किया है। यह अवार्ड समाजसेवा के क्षेत्र में
पटियाला(परमीत): असम सरकार ने सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर सालाना अवार्ड शुरू करने का फैसला किया है। यह अवार्ड समाजसेवा के क्षेत्र में बेमिसाल काम करने वालों को प्रदान किया जाएगा। यह जानकारी मुख्यमंत्री सर्बनंदा सोनोवाल ने असम दौरे पर आए सिख प्रतिनिधिमंडल को दी।
वर्णनीय है कि दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव मनजिंद्र सिंह सिरसा के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल असम के दौरे पर है। प्रतिनिधिमंडल में सीनियर अकाली नेता कुलदीप सिंह भोगल और सामाजिक कार्यकत्र्ता इंदु सिंह भी शामिल हैं।सिरसा ने बताया कि दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने पहले ही असम स्थित गुरुद्वारा माता जी की कारसेवा खुद करने का फैसला किया है। इस प्रोजैक्ट की योजना तैयार की जा रही है और यह सेवा नवम्बर के बीच में शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि वहां मौजूदा सन् 1820 में हाथ से लिखी गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ और गुरुद्वारा साहिब में मौजूद ऐतिहासिक वस्तुओं की संभाल के लिए तकनीकी माहिरों की सेवाएं ली जाएंगी।
सिरसा ने बताया कि राज्य में सिखों के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हालात बहुत अच्छे नहीं हैं, जिसको देखते हुए असम सिख विकास ट्रस्ट स्थापित करने का फैसला किया गया है। दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव ने बताया कि असम के मुख्यमंत्री के फैसले के अनुसार उन्होंने आज नगांव के डिप्टी कमिश्रर शमशेर सिंह के साथ मुलाकात की। शमशेर सिंह जनरल चैतन्या सिंह की पांचवीं पीढ़ी के वंशज हैं। जनरल चैतन्या सिंह को ही महाराजा रणजीत सिंह ने असम पर बर्मा की तरफ से किए हमले दौरान फौज का नेतृत्व करने के लिए भेजा था। डिप्टी कमिश्रर के साथ समाज भलाई प्रोजैक्ट और कम्युनिटी सैंटर तथा एजुकेशन काम्पलैक्स स्थापित करने के लिए 10 बीघे जमीन की शिनाख्त करने का मामला विचारा गया। मुख्यमंत्री ने प्रोजैक्ट के लिए 5 करोड़ रुपए की मंजूरी पहले ही दे दी है।