Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jun, 2017 08:20 PM
जन्म से ही सुनने-बोलने से असमर्थ जिला लुधियाना के हदीवाल गांव की रहने वाली 16 वर्षीय....
चंडीगढ़: जन्म से ही सुनने-बोलने से असमर्थ जिला लुधियाना के हदीवाल गांव की रहने वाली 16 वर्षीय सिमरत की आवाज लौट आई है। परिवार का दावा है कि ऐसा इसलिए संभव हुआ है क्योंकि उन्होंने सिमरत को पंजोखरा गुरु हरकृष्ण साहिब जी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहब में पांच रविवार स्नान करवाया और अरदास करवाई थी।
लगभग डेढ़ महीने पहले पंजोखरा गुरु हरकृष्ण साहिब जी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहब में पहुंचे थे। गुरु हरकृष्ण साहिब की मान्यता है कि यहां गूंगे-बोले बोलने लग पड़ते हैं। 18 जून रविवार को परिवार अपनी बेटी को लेकर यहां पहुंचा और गुरूद्वारे के हैड ग्रंथी बूटा सिंह को बताया कि यहां स्नान करके अरदास करवाने के बाद अब उनकी बेटी बोलने और सुनने लगा गई है। इसके बाद गुरूद्वारे में उसकी अरदास करवाई गई तथा यहां मौजूद संगत को इसकी जानकारी दी गई। परिवार अनुसार सिमरत के सुनने और बोल न सकने के बारे में उनको बचपन से ही पता चल गया था। जिसके बाद स्थानिक डाक्टरों से लेकर पी.जी.आई. तक सिमरत का इलाज करवाया परन्तु ठीक नहीं हुई। लेकिन जब उन्होंने गुरू घर आकर अरदास करवाई तो उनकी बेटी बिल्कुल ठीक हो गई।