Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 03:55 PM
पाकिस्तान के अपर सिंध राज्य के जिला गोतकी में कस्बा धारकी के मंदिर व मस्जिद साथ-साथ होने के कारण जहां आने वाले मुस्लिम व हिन्दु दोनों धार्मिक स्थानों में नतमस्तक होते है
गुरदासपुर (विनोद): पाकिस्तान के अपर सिंध राज्य के जिला गोतकी में कस्बा धारकी के मंदिर व मस्जिद साथ-साथ होने के कारण जहां आने वाले मुस्लिम व हिन्दु दोनों धार्मिक स्थानों में नतमस्तक होते है परंतु जिस तरह से मस्जिद के मौलवी व स्थानीय नेता इस मस्जिद के माध्यम से हिन्दु समुदाय के लोगों का धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं वह हिन्दु समुदाय के नेताओं सहित पाकिस्तान हिन्दु कौंसिल के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
सीमापार सूत्रों के अनुसार कस्बा धारकी में संत सतराम दास मंदिर व बारचुंडी मस्जिद बिल्कुल साथ-साथ सटे हुए हैं जो बहुत प्राचीन है। इन दोनों धार्मिक स्थानों की विशेषता यह है कि यदि कोई मुस्लिम परिवार मस्जिद में नतमस्तक होने के लिए आता है तो वह मंदिर में भी जरूर माथा टेकता है। इसी तरह जो परिवार मंदिर में माथा टेकने के लिए आता है वह मस्जिद में जरूर जाता है। दोनों ही धार्मिक स्थानों के पास विशाल भवन भी है परंतु इन दोनोंं धार्मिक स्थानों को जाने के लिए संयुक्त प्रवेश द्वार है।
इस कस्बे में समस्या यह बनी हुई है कि इस बारचुंडी मस्जिद में एक मदरसा भी चलता है और इस मदरसे का इंचार्ज तथा मस्जिद का मौलवी हिन्दु परिवारों को धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म ग्रहण करने के लिए दवाब डालते हैं तथा कई तरह के प्रलोभन देकर प्रेरित करते है।
सूत्रों के अनुसार भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद से लेकर आज तक इस कस्बे में लगभग 410 हिन्दु परिवार धर्म परिवर्तन कर इस्लाम ग्रहण कर चुके है जबकि अब यह कोशिशें तेज कर दी गई है। इस मदरसे का चेयरमैन कम हलका विधायक मियां अब्बदुल हक उर्फ मीयां मिठठू का इस मामले में कहना है कि जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाने के आरोप पूर्णता झूठे है जितने भी हिन्दु परिवार धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म में शामिल हुए हैं वह अपनी इच्छानुसार हुए हैं।
हर धर्म के प्रचारकों को अपने धर्म का प्रचार करने का अधिकार है। हिन्दु समुदाय के लोग भी अपने धर्म के लिए प्रचार कर सकते हैं। हिन्दु समुदाय के लोग इस मस्जिद को अपने लिए सुरक्षित जगह महसूस करते है। हम किसी को इस्लाम धर्म ग्रहण करने के लिए दवाब नहीं डालते।
दूसरी और पाकिस्तान हिन्दु कौंसिल के नेताओं ने आरोप लगाया है कि मदरसे में नौकरी करने वाले लोग हिन्दु परिवारों के घरों में जाकर भयभीत करते है तथा अपनी बहु बेटियों की सुरक्षा के लिए इस्लाम धर्म ग्रहण करने के लिए दवाब डालते है। एैसा न करने पर किसी लड़की के अपहरण होने पर किसी तरह की मदद न करने की बात भी करते हैं। इस तरह कर हिन्दु परिवारों का धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है। इस संबंधी जिला प्रशासन व सरकार भी चुप्पी धारण किए बैठी है।