Edited By Updated: 26 Mar, 2017 03:19 PM
गुरदासपुर की सैंटर जेल में गैंगस्टरों तथा जेल पुलिस प्रशासन में हुए तकरार में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जेल के अंदर ड्यूटी पर तैनात 4 होमगार्डज जवानों को कुछ कैदियों ने अपने कपड़े पहना कर तो वहीं पैस्को कंपनी के ठेके पर सिक्योरिटी का काम...
गुरदासपुर(दीपक): गुरदासपुर की सैंटर जेल में गैंगस्टरों तथा जेल पुलिस प्रशासन में हुए तकरार में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जेल के अंदर ड्यूटी पर तैनात 4 होमगार्डज जवानों को कुछ कैदियों ने अपने कपड़े पहना कर तो वहीं पैस्को कंपनी के ठेके पर सिक्योरिटी का काम करते जवानों ने जेल में बनी आटा चक्की की फैक्टरी में कई घंटे छिपकर अपनी जान बचाई।
जेल में ड्यूटी पर तैनात पोस्को कंपनी के सिक्योरिटी के मुलाजिमों मनजीत सिंह तथा अजैब सिंह ने बताया कि जब यह घटना हुई तो उनकी कंपनी के छह जवान जेल में सिक्योरिटी में तैनात थे। इसमें देवा सिंह, हरजीत सिंह,जगजीत सिंह, विजय कुमार, हरविंदर सिंह तथा सुखदेव शामिल थे। इसमें से सिक्योरिटी गार्डज हरजीत सिंह के काफी चोटें लगी हैं।
उन्होंने बताया कि जब कैदी गैंस्टरों ने पुलिस मुलाजिमों पर हमला किया तो जेल का पूरा पुलिस प्रशासन इन जवानों को जेल में ही छोडकर खुद बाहर निकल गया। इस दौरान इन 10 जवानों की जान पर बन आई थी।
अगर पैस्को कंपनी के 6 जवान जेल में बनी आटा चक्की फैक्टरी में न छिपते तो कैदी गैंगस्टरों ने उनको मौत के घाट उतार देना था। वहीं जेल में सजा भुगत रहे कुछ कैदियों ने अपने कपड़े देकर 4 होमगार्ड जवानों की जान बचाई। पैस्को कंपनी में ठेके पर काम कर रहे मनजीत सिंह और अजैब सिंह ने भारत सरकार तथा जेल प्रशासन से मांग की कि आरोपी गैंगस्टरों पर बनती धाराओं के तहत कार्रवाई की जाए ताकि आगे से ऐसी घटना न हो।