Edited By Updated: 21 Apr, 2017 09:55 AM
गांव कोठे घराला के समीप वीरवार दोपहर हुई गैंगवार में 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 3 अन्य घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल 1 की हालत गंभीर बनी हुई है।
गुरदासपुर (दीपक, विनोद): गांव कोठे घराला के समीप वीरवार दोपहर हुई गैंगवार में 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 3 अन्य घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल 1 की हालत गंभीर बनी हुई है। हमलावरों में विक्की गौंडर का नाम भी सामने आया है। गौंडर पिछले साल नाभा जेल से साथियों सहित फरार हो गया था। उसके कई साथी पकड़े जा चुके हैं, जबकि जेल-ब्रेक कांड से फरारी के बाद पहली बार गौंडर सामने आया है। हत्याकांड को फगवाड़ा में 22 जनवरी 2015 को सुक्खा काहलवां हत्याकांड की तरह ही अंजाम दिया गया है। हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी उर्फ सूबेदार पुत्र सुलक्खन सिंह निवासी मुस्तफाबाद जट्टां अपने साथी सुखचैन सिंह उर्फ लाडी पुत्र प्रेम सिंह निवासी संगलपुरा रोड, दमन महाजन पुत्र विजय कुमार निवासी हरदोछन्नी रोड गुरदासपुर, हैप्पी पुत्र गुरदेव सिंह निवासी पुल तिबड़ी तथा प्रिन्स निवासी गांव झावर कार में सवार होकर अदालत से पेशी भुगत कर लौट रहे थे कि गुरदासपुर बाईपास पर गांव कोठे घराला के पास पहले से ही घात लगाकर बैठे गैंगस्टरों ने उनकी कार रोक कर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारी
जाते समय हमलावर प्रिन्स को अपने साथ ले गए जिसे बाद में आगे ले जाकर छोड़ दिया गया। सूचना मिलते ही बॉर्डर रेंज के आई.जी. नौनिहाल सिंह भी गुरदासपुर पहुंच गए। 5 हमलावरों की पहचान हो गई है, जिन्हें पकडऩे के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। जिला पुलिस अधीक्षक भूपिन्द्र सिंह विर्क सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर घायलों को सिविल अस्पताल पहुंचाया। डाक्टरों ने हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी तथा सुखचैन सिंह को मृतक घोषित कर दिया तथा घायल दमन महाजन, हैप्पी तथा प्रिन्स को इलाज के लिए दाखिल कर लिया। हैप्पी की हालत चिंताजनक होने कारण उसे अमृतसर रैफर कर दिया गया। गैंगवार में तिबड़ पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं अधीन केस दर्ज किया है। जिन लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है उनमें विक्की गौंडर, सुक्खा शिकार माछियां, हैरी चड्ढा, हैप्पी तथा ज्ञाना निवासी खरल शामिल हैं। ये सभी आरोपी पुलिस को पहले ही कई केसों में वांछित हैं तथा इनके विरुद्ध कई मुकद्दमे चल रहे हैं। इनको गिरफ्तार करने के लिए छापामारी की जा रही है।
कत्ल के लिए सुक्खा की तरह पेशी की तारीख और फ्लाईओवर की जगह चुनी हमलावरों ने
जनवरी 2015 में जब सुक्खा काहलवां की हत्या को अंजाम दिया गया था, उस दिन वह जालंधर की अदालत से पेशी भुगत कर जा रहा था। फगवाड़ा में फ्लाईओवर के पास उसकी गोलियां मारकर हत्या की गई थी। इसी तरह वीरवार को हरप्रीत और सुखचैन की हत्या के लिए भी हमलावरों ने फ्लाईओवर के पास की जगह चुनी। गुरदासपुर के बाहरी इलाके श्री हरगोबिन्दपुर रोड फ्लाईओवर के नीचे पहले से ही हमलावर घात लगाकर बैठे थे। जैसे ही इनकी कार फ्लाईओवर से नीचे उतरी तो हमलावरों ने हमला कर दिया।
नाभा जेल में गौंडर के साथी सुक्खा भिखारीवाल और हरप्रीत में रहता था झगड़ा
पता चला है कि आज गोलीकांड में शामिल सुक्खा निवासी भिखारीवाल तथा हरप्रीत सिंह उर्फ सूबेदार के बीच बहुत पुरानी दुश्मनी चल रही थी। सुक्खा ने 3 साल पहले भी गीता भवन रोड पर हरप्रीत सिंह सूबेदार निवासी मुस्तफाबाद पर गोली चलाई थी, जिसमें हरप्रीत बच गया था। सुक्खा भिखारीवाल इस समय नाभा जेल ब्रेककांड में भागने वाले विक्की गौंडर के सम्पर्क में था तथा विक्की शुरू से ही जग्गू तस्कर का नजदीकी माना जाता था। नाभा जेल में भी हरप्रीत सिंह हैप्पी तथा सुक्खा भिखारीवाल के बीच कई बार लड़ाई हुई तथा वहां पर भी ये 2 गुटों में बंटे हुए थे।
दुष्कर्म कांड में पेशी भुगतने आया था हरप्रीत
वीरवार को गुरदासपुर सिटी पुलिस स्टेशन में वर्ष 2012 में दर्ज रेप केस संबंधी अदालत में केस की सुनवाई थी। यह केस एक लड़की के अपहरण, दुष्कर्म को कोशिश और सोशल मीडिया पर मूवी अपलोड करने से जुड़ा है। इसी केस में बुडै़ल जेल चंडीगढ़ से भट्टी निवासी मुस्तफाबाद जट्टां सहित रोमी, प्रिन्स, हरप्रीत सिंह सूबेदार व 2 अन्य को अदालत में पेश होना था। भट्टी को पुलिस बुडै़ल जेल से लेकर गुरदासपुर आई थी, बाकी जमानत पर थे। अदालत में पेश होने के बाद भट्टी को पुलिस वापस बुडै़ल जेल ले गई थी।