Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Oct, 2017 04:48 PM
गुरदासपुर लोकसभा सीट के उप चुनाव का नतीजा 15 अक्तूबर को घोषित होते ही पंजाब मंत्रिमंडल विस्तार की तरफ कांग्रेसी विधायकों की नजरें टिक जाएंगी।
जालन्धर(धवन): गुरदासपुर लोकसभा सीट के उप चुनाव का नतीजा 15 अक्तूबर को घोषित होते ही पंजाब मंत्रिमंडल विस्तार की तरफ कांग्रेसी विधायकों की नजरें टिक जाएंगी। कांग्रेसी हलकों में कहा जा रहा है कि अभी पंजाब मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर तारीख तय नहीं की गई है परन्तु मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने गुरदासपुर उप चुनाव से पूर्व ही संकेत दे दिए थे कि उप चुनाव सम्पन्न होने के बाद मंत्रिमंडल में विस्तार किया जाएगा।
इस समय पंजाब मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह सहित कुल 10 सदस्य हैं। अभी भी मंत्रिमंडल में 8 मंत्रियों को शामिल किया जाना है। कई मंत्रियों के पास 3-3 सरकारी विभाग हैं जिस कारण वह सभी विभागों को पूरा समय दे नहीं पा रहे हैं। मुख्यमंत्री के नजदीकी सूत्रों ने बताया कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे जिसमें मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नए चेहरों को लेकर चर्चा की जाएगी। कांग्रेसी हलकों ने बताया कि दीवाली के त्यौहार के बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कांग्रेसी राजनीति गर्मा जाएगी तथा मंत्री पद लेने के इच्छुक कांग्रेसी विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री को अपनी तरफ आकॢषत करने की कोशिशें तेज कर दी जाएंगी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर पर संगठनात्मक चुनाव भी चल रहे हैं। राहुल गांधी की व्यवस्तताएं गुजरात में काफी अधिक हैं। इसे देखते हुए अक्तूबर महीने के अंत में मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपने स्तर पर मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले विधायकों के नामों की सूची तैयार कर ली जाएगी।अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री की मुलाकात राहुल गांधी से अक्तूबर के अंतिम सप्ताह में होती है या फिर नवम्बर के शुरू में। उसके बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख तय हो सकेगी। अब स्वयं मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह चाहते हैं कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द कर दिया जाए क्योंकि दिसम्बर महीने में सरकार द्वारा चारों महानगरों में कार्पोरेशन के चुनाव करवाए जाने हैं। उससे पहले ही नए मंत्री बनाकर मंत्रिमंडल का एक नया चेहरा जनता के सामने कैप्टन द्वारा पेश किया जाएगा। मंत्रिमंडल में शामिल होने के इच्छुक विधायकों की गुरदासपुर उप चुनाव में कारगुजारी को भी आधार बनाया जाएगा।
इस समय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले चेहरों में सुखजिंद्र रंधावा, ओ.पी. सोनी, डा. राजकुमार वेरका के नाम प्रमुखता से चल रहे हैं। दोआबा को एक और मंत्री दिया जा सकता है। इस समय दोआबा की कमान बिजली व सिंचाई मंत्री राणा गुरजीत सिंह के पास है। लुधियाना से भी एक मंत्री को लिए जाने की चर्चा चल रही है। मुख्यमंत्री अपने मंत्रीमंडल में कुछ युवा चेहरों को भी लेना चाहते हैं। मंत्री लेते समय ङ्क्षहदू, जाट-सिख तथा दलितों के बीच में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा संतुलन बनाया जाएगा। इतना अवश्य है कि अक्तूबर का अंतिम महीना काफी महत्वपूर्ण रहेगा जिसमें कैप्टन द्वारा अहम फैसले लिए जाने हैं।