Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 05:31 PM
बार्डर एरिया के कांग्रेसी विधायकों ने चाहे मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह तथा पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ के सामने गुरदासपुर
जालंधर(धवन): बार्डर एरिया के कांग्रेसी विधायकों ने चाहे मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह तथा पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ के सामने गुरदासपुर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में मुख्यमंत्री की पत्नी व पूर्व केन्द्रीय विदेश मंत्री परनीत कौर का नाम कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में आगे रखा है परन्तु परनीत कौर की गुरदासपुर से उपचुनाव लडऩे में दिलचस्पी नहीं है।
पटियाला को छोड़कर नहीं जाऊंगी
परनीत कौर ने कहा कि उनसे अभी तक किसी भी कांग्रेसी विधायक ने इस संबंध में संपर्क स्थापित नहीं किया है। अगर विधायकों ने कैप्टन से बातचीत की होगी तो यह अलग विषय है परन्तु जहां तक मेरा संबंध है, मैं पटियाला को छोड़कर नहीं जाऊंगी। उसने कहा कि हमेशा अपना घर ही बेहतर होता है। किसी दूसरे घर में जाना उचित नहीं है। पटियाला के साथ उनका भावनात्मक संबंध जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि चाहे पिछली बार वह सफल नहीं हो सकी थीं परन्तु इसके बावजूद वह पटियाला के लोगों को छोड़कर किसी अन्य सीट पर नहीं जा सकती हैं। पटियाला के लोगों ने उन्हें व उनके परिवार को जितना प्यार दिया है, उसे वह कभी नहीं भूल सकती हैं। इसलिए वह पटियाला में ही बने रहने को पहल देती आ रही हैं।
उम्मीदवार के चयन की जिम्मेदारी कैप्टन के कंधों पर
उल्लेखनीय है कि बार्डर एरिया के विधायक परनीत कौर को इसलिए उपचुनाव लड़वाना चाहते थे क्योंकि उनका मानना था कि इससे क्षेत्र में विकास कार्य तेजी से होंगे। मुख्यमंत्री की पत्नी होने के कारण गुरदासपुर हलका भी वी.वी.आई.पी. हलके की शे्रेणी में शामिल हो जाएगा। मुख्यमंत्री पहले ही गुरदासपुर उपचुनाव को देखते हुए चुनावी बिगुल बजा चुके हैं तथा उन्होंने गुरदासपुर में पड़ते अनेकों विधानसभा हलकों के लिए अनेकों विकास प्रोजैक्टों का ऐलान स्वतंत्रता दिवस के समय कर दिया था। अब कांग्रेस उम्मीदवार के चयन की जिम्मेदारी कैप्टन के कंधों पर आ गई है। पार्टी मजबूत उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारना चाहती है तथा कांग्रेस की कोशिश रहेगी कि किसी भी तरह से गुरदासपुर उपचुनाव को जीता जाए।
जाखड़ ने भी कहा, उपचुनाव में रुचि नहीं
दूसरी तरफ पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी कहा है कि उनकी भी उपचुनाव लडऩे में रुचि नहीं है। वह संगठन का काम ही देखने में दिलचस्पी रखते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के साथ गुरदासपुर उपचुनाव को लेकर उनकी कोई बातचीत नहीं हुई है। अभी तो केन्द्रीय चुनाव आयोग ने गुरदासपुर सीट के उपचुनाव के लिए तारीख का ऐलान भी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री फिलहाल तो विदेशी दौरे पर जा रहे हैं। वापस आने पर ही उनके साथ गुरदासपुर उपचुनाव को लेकर चर्चा हो सकेगी। दूसरी ओर कांग्रेसी हलकों ने बताया कि जिस तरह से परनीत कौर तथा जाखड़ ने उपचुनाव में दिलचस्पी नहीं दिखाई है, उसे देखते हुए पार्टी को अब किसी स्थानीय कांग्रेसी नेता की तरफ देखना होगा।