Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Aug, 2017 05:20 PM
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को बलात्कार कांड में सी.बी.आई. अदालत द्वारा पहले दोषी ठहराए जाने तथा अब 10 साल की सजा सुनाए जाने के
जालंधर (धवन): डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को बलात्कार कांड में सी.बी.आई. अदालत द्वारा पहले दोषी ठहराए जाने तथा अब 10 साल की सजा सुनाए जाने के कारण सियासी दलों का ध्यान फिलहाल गुरदासपुर उपचुनाव से हटा हुआ दिखाई दे रहा है। अन्यथा स्वतंत्रता दिवस के समय गुरदासपुर उपचुनाव को लेकर सियासी गतिविधियां काफी तेज हो गई थीं क्योंकि एक तरफ तो मुख्यमंत्री कैप्टन ने गुरदासपुर संसदीय सीट में पड़ते कई विधानसभा हलकों के लिए महत्वपूर्ण ऐलान कर दिए थे तो दूसरी ओर भाजपा तथा आम आदमी पार्टी दोनों ने अपनी सियासी गतिविधियां शुरू कर दी थीं।
सरकारी दौरे पर इसराइल जाना चाहते हैं कैप्टन
डेरा प्रकरण के चलते सत्ताधारी कांग्रेस सरकार का ध्यान जहां एक तरफ पूरी तरह से कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने की तरफ लगा हुआ है, तो दूसरी ओर विपक्षी दलों की गतिविधियां भी इसी कारण धीमी पड़ी हुई दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह राज्य के हालात अगर अगले कुछ दिनों में सामान्य हो गए तो वह सरकारी दौरे पर इसराइल जाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री के इसराइल दौरे से वापसी के बाद ही गुरदासपुर के लिए सियासी गतिविधियों में तेजी आ सकेगी। अभी तक तो किसी भी पार्टी ने अपने उम्मीदवार का भी ऐलान नहीं किया है। कैप्टन का प्रस्तावित विदेशी दौरा 10 सितम्बर से है, परन्तु यह अब प्रदेश के हालात पर निर्भर करता है। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को हुई सजा के बाद हालात असामान्य चल रहे हैं। इसलिए अगर हालात सामान्य न बने तो कुछ दिनों के लिए दौरे को आगे भी किया जा सकता है परन्तु अगर सभी जिलों से कर्फ्यू हट गया तो पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विदेशी दौरा तय रहेगा।
24 अप्रैल को हुआ था विनोद खन्ना का देहांत
बताया जाता है कि अगले एक सप्ताह तक सियासी गतिविधियों में धीमापन ही दिखाई देगा। केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा गुरदासपुर संसदीय सीट का उपचुनाव भाजपा सांसद विनोद खन्ना के देहांत के कारण करवाया जाना है। विनोद खन्ना का देहांत 24 अप्रैल को हुआ था, जिस कारण गुरदासपुर लोकसभा सीट खाली हो गई थी। चुनाव आयोग को 6 महीने के भीतर सीट का उपचुनाव करवाना अनिवार्य है। इस हिसाब से 24 अक्तूबर तक गुरदासपुर संसदीय सीट के लिए नए प्रतिनिधि का चयन करवाया जाना अनिवार्य है। इसे देखते हुए केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा गुरदासपुर संसदीय सीट के उपचुनाव का ऐलान सितम्बर के दूसरे सप्ताह में कर दिए जाने के आसार हैं। कांग्रेस, भाजपा तथा ‘आप’ तीनों ने ही उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया हुआ है। सियासी दलों का ध्यान जैसे ही कानून व्यवस्था की स्थिति से हटेगा व हालात सामान्य होंगे तो उसके साथ ही गुरदासपुर में भी सियासी गतिविधियां शुरू हो जाएंगी।