Edited By Updated: 20 Dec, 2016 01:22 AM
बेशक कांग्रेस ने फाजिल्का और जलालाबाद हलके के टिकटों को फाइनल नहीं किया है। इसके बावजूद ....
जलालाबाद/फाजिल्का(सेतिया, नागपाल, लीलाधर): बेशक कांग्रेस ने फाजिल्का और जलालाबाद हलके के टिकटों को फाइनल नहीं किया है। इसके बावजूद शेर सिंह घुबाया के बेटे दविंद्र घुबाया के कांग्रेस में शामिल होने की संभावनाओं ने कांग्रेस में भूचाल ला दिया है। कांग्रेसियों का कहना है कि घुबाया को टिकट देना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस फेरबदल के विरोध में कांग्रेस के पूर्व विधायक डा. महिन्द्र रिणवा के समर्थकों ने शास्त्री चौक पर रैली भी की।
रैली में डा. रिणवा ने कहा कि वह अपने समर्थकों पर यह निर्णय छोड़ते हैं कि यदि उन्हें टिकट नहीं मिलता तो भविष्य में वे जो भी निर्णय लेंगे वह उनके साथ सहमत होंगे। उन्होंने कहा कि उनका परिवार गत 4 दशकों से कांग्रेस पार्टी की सेवा कर रहा है। उनके चाचा कांशी राम रिणवा दरबारा सिंह के कार्यकाल में मंत्री रहे। वह स्वयं 2 बार फाजिल्का से विधायक चुने गए हैं।
उन्होंने कहा कि अकालियों ने इस क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं को हर तरह से प्रताडि़त किया और यदि अब किसी अकाली पृष्ठभूमि वाले को टिकट दिया गया तो इसे कांग्रेसी सहन नहीं करेंगे। इस दौरान राजनीतिक सहयोगी डा. गुरजंट सिंह की ओर से रिणवा को आजाद उम्मीद लड़वाने की बात का कांग्रेसी कार्यकत्र्ताओं ने हाथ उठाकर समर्थन किया।
रैली में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ओ.एस.डी. के.वी.सिंह भी मौजूद थे। इस अवसर पर पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रोशन लाल खुंगर, पूर्व चेयरमैन कृषि बैंक परमजीत सिंह पम्मी, कांग्रेस महासचिव डा. के.के. सेठी, राजिन्द्र सिंह बराड़, कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष देस राज जंडवालिया, जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन राजिन्द्र कुमार रिणवा, पंजाब कांग्रेस सचिव अशोक वाट्स व परमजीत महंत ने भी विचार रखे।