Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 12:37 PM
दीवाली पर्व को लेकर हर वर्ष व्यापारियों में भारी उत्साह देखने को मिलता है क्योंकि यही एक ऐसा पर्व है जिसमें लोग दिल खोलकर खरीदारी करते हैं जिससे कारोबारियों के व्यापार में वृद्धि होती है।
पठानकोट (शारदा): दीवाली पर्व को लेकर हर वर्ष व्यापारियों में भारी उत्साह देखने को मिलता है क्योंकि यही एक ऐसा पर्व है जिसमें लोग दिल खोलकर खरीदारी करते हैं जिससे कारोबारियों के व्यापार में वृद्धि होती है।
जी.एस.टी. एवं नोटबंदी के बाद जहां सरकार कारोबारियों के कारोबार में वृद्धि व स्थिति सुदृढ़ होने का दावा कर रही थी वहीं इस बार की दीवाली सीजन में वह ठुस्स हो गए जिसको लेकर व्यापार वर्ग में सरकार के विरुद्ध हताशा है।
शहर में व्यापारियों से की गई बातचीत के बाद लगभग इस बार 50 प्रतिशत के करीब सभी कारोबारियों का कारोबार प्रभावित हुआ है तथा उन्हें मंदी के दौर से गुजरना पड़ा है। पिछले वर्ष भी कारोबार काफी मंदा रहा था। पटाखा कारोबारियों द्वारा काफी पटाखा स्टोर किया गया था लेकिन इस वर्ष जी.एस.टी. एवं नोटबंदी की मार ने एक बार फिर से पटाखा कारोबारियों की आंखों में आंसू ला दिए हैं क्योंकि शहर में 2 दर्जन के करीब होलसेल के कारोबार करने वाले पटाखा कारोबारी कार्य कर रहे हैं और उन्होंने करोड़ों रुपए के पटाखे स्टोर कर रखे हैं लेकिन मार्कीट में ग्राहकों की मंदी ने पटाखा कारोबारियों की इस बार की दीवाली पर कमर तोड़कर रख दी है।