Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Sep, 2017 04:27 PM
जी.एस.टी. की वजह से इस बार रावण, कुंभकर्ण मेघनाद के कद पर ब्रेक लग गया है।
गुरदासपुर(दीपक): जी.एस.टी. की वजह से इस बार रावण, कुंभकर्ण मेघनाद के कद पर ब्रेक लग गया है। दरअसल जी.एस.टी. की वजह से बांस की कीमत बढ़ गई है। ऐसे में आयोजकों ने पुतलों की हाइट न बढ़ाने का फैसला किया है, जबकि हर साल हाईट में बढ़ोतरी की जाती थी।
दीनानगर ,गुरदासपुर की रामलीला समिति में भी पुतले बनाने का काम शुरू हो चुका है। इनमें से सभी ने इस बार पुतले का कद न बढ़ाने की प्लानिंग की है। रामलीला में पुतला दहन सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। खासकर बच्चों में तो पुतला दहन को लेकर काफी क्रेज होता है।
इस संबंध में जानकरी देते हुए पुतले बनाने वाले कारीगर जलालुदीन अंसारी ने बताया कि महंगाई के कारण उनके काम पर बहुत असर पड़ा है। अंसारी ने बताया की यहां से उन्हें पहले तीन पुतले का आर्डर मिलता था लेकिन जी.एस.टी.की मार कारण इस बार दो ही पुतले बनेंगे । कारीगर ने बताया कि कागज, बिजली उपकरण और टेंट सामग्री पर जी.एस.टी. लगने से सामान के महंगे होने से इसका असर उनकी रोजी रोटी पर भी पड़ा है । अब आतिशबाजी पर जी.एस.टी. 28 प्रतिशत लगा दिया है।