Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2017 01:36 PM
सरकारी तंत्र की लापरवाही के कारण शहीदों के शहर में विभिन्न एजैंसियों के ओपन गोदामों में करोड़ों रुपए का अनाज खुले आसमान तले सड़ रहा है। गरीबों केQ मुंह में जाने वाले इस अनाज को कीड़े खा रहे हैं और जब अधिकारियों को याद आती है तो इसे दारू का रूप देने...
फिरोजपुर (जैन): सरकारी तंत्र की लापरवाही के कारण शहीदों के शहर में विभिन्न एजैंसियों के ओपन गोदामों में करोड़ों रुपए का अनाज खुले आसमान तले सड़ रहा है। गरीबों केQ मुंह में जाने वाले इस अनाज को कीड़े खा रहे हैं और जब अधिकारियों को याद आती है तो इसे दारू का रूप देने के लिए शराब फैक्ट्रियों को बेच दिया जाता है।
बार्डर रोड पर स्थित पनसप के गोदाम में वर्षों से अनाज खुले में रखा है और तिरपाल न डालने के कारण अनाज से बदबू पैदा होने लगी है। एक अधिकारी ने आरोप लगाया कि एफ.सी.आई. जो अनाज खरीदती है उसे बंद गोदामों में लगा देती है और बाकी एजैंसियों को ओपन पलिंथ अलॉट कर दिए जाते हैं, जबकि कायदे अनुसार ओपन में पड़े गेहूं को उठाना पड़ता है।
सूत्र बताते हैं कि अनाज खराब होने के पीछे शराब-फीड फैक्ट्रियों व अधिकारियों के मध्य खेल चलता है। गेहूं की 3 कैटागरीज पूर्ण तौर पर खराब, 75 फीसदी खराब और 40 फीसदी खराब होती है। इस पूरे खेल में करोड़ों के वारे-न्यारे होते हैं। कई गोदामों में अनाज के अलावा बारदाना भी सड़ रहा है। पता चला है कि गोदाम में अनाज 2009-10 का रखा हुआ है। बारिशों के दिनों में यहां बदबू के कारण आने-जाने वाले लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है।