Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 04:30 PM
पंजाब सरकार वित्तिय संकट में फंसी हुर्इ और उसके पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी धन नहीं हैं। आर्थिक तंगी से निपटने के लिए कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों को वेतन भुगतान के लिए राज्य विकास ऋण के जरिए 600 करोड़ रुपए एकत्रित किए हैं ।
चंडीगढ़ः पंजाब सरकार वित्तिय संकट में फंसी हुर्इ और उसके पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी धन नहीं हैं। आर्थिक तंगी से निपटने के लिए कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों को वेतन भुगतान के लिए राज्य विकास ऋण के जरिए 600 करोड़ रुपए एकत्रित किए हैं ।
राज्य के किसान पहले ही सरकार के साथ टकराव करने के मुड में है क्योंकि फंड की कमी के कारण सरकार उनका कर्जा माफ नहीं कर रही। सूत्रों का कहना हैं कि केंद्र जी.एस.टी. के हिस्से का पंजाब को 633 करोड़ रुपए जारी नहीं कर रही हैं। इसलिए सरकार के पास बाजार से धन जुटाने का और कोर्इ विकल्प नहीं बचा। जैसे ही ये धनराशि सरकार के खजाने में जमा हुर्इ, सभी कर्मचारियों का वेतन रिलिज करने के आदेश जारी कर दिए गए।
वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने बताया कि केंद्र सरकार पंजाब के हिस्से 633 करोड़ की राशी दबाए हुए है। इसलिए सरकार को अपने देनदारियों को पूरा करने के लिए बाजार से पैसा उठाना पड़ा। मनप्रीत ने कहा कि सरकार ने पिछले कुछ दिनों से 11 हजार करोड़ रुपए वेतन के रूप में जारी किए है बाकि के 600 करोड़ रुपए आज जारी कर दिए है। राज्य सरकार के कर्मचारी जनवरी के वेतन को शीघ्र जारी करने के लिए सरकार के साथ पिछले 2 दिनों से टकराव के रास्ते पर है।