Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 08:56 AM
केन्द्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जहां केन्द्रीय विद्यालयों की ग्रेङ्क्षडग शुरू करने का फैसला किया है,
लुधियाना (विक्की): केन्द्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जहां केन्द्रीय विद्यालयों की ग्रेङ्क्षडग शुरू करने का फैसला किया है, वहीं अब पंजाब में सरकारी स्कूलों का स्तर और ऊंचा उठाने के उद्देश्य से सरकार ने अब ग्रेङ्क्षडग सिस्टम शुरू करने की योजना तैयार की है। डायरैक्टर जनरल ऑफ स्कूल एजुकेशन (डी.जी. एस.ई.) द्वारा राज्य के समूह जिला शिक्षा अधिकारियों, पिं्रसीपलों व मुख्याध्यापकों को पत्र जारी करके गे्रङ्क्षडग के लिए अपनाए जाने वाले पैमानों संबंधी बताया है।
ग्रेडिंग सिस्टम से होगा स्कूलों में सुधार
डी.जी.एस.ई. ने कहा कि स्कूल प्रमुखों और अध्यापकों में आपसी प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करने के उद्देश्य से यह सिस्टम शुरू किया जा रहा है। इस सिस्टम के लागू होने से विभिन्न स्कूलों में किए जाने वाले बेहतरीन उपायों संबंधी विभाग को समय-समय पर जानकारी मिलती रहेंगी। इसके अलावा स्कूल प्रमुख भी विद्याॢथयों के सर्वपक्षीय विकास एवं स्कूल के लिए वाॢषक योजना तैयार करेंगे, जिससे स्कूलों की कार्यशैली में सुधार आएगा।
इसलिए करनी है ग्रेडिंग
राज्य के समूह सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के अलावा कई अन्य गतिविधियां भी करवाई जाती हैं। स्कूल प्रमुखों एवं अध्यापकों की ओर से अपने स्तर पर स्टूडैंट्स के बेहतर भविष्य के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। यही नहीं कई स्कूल प्रमुख एवं अध्यापक ऐसे हैं, जो सरकार से आने वाली ग्रांटों के अलावा लोकल स्तर पर पंचायतों एवं एन.जी.ओ. से सहयोग लेकर स्कूल में ढांचागत सुविधाएं मुहैया करवा रहे हैं। ऐसे में अन्य स्कूल भी इनका अनुसरण कर सकें, इसलिए विभाग ने अब स्कूलों की ग्रेङ्क्षडग करनी है।
सभी स्कूल इसमें भाग ले सकें, इसके लिए डी.जी.एस.ई. ने ई-पंजाब पोर्टल पर स्कूलों को अपना डाटा भेजने के लिए कहा है। इसमें बकायदा स्कूलों को 5 मॉड्यूल के अधीन डाटा भरकर भेजना होगा।
यह होगा पैमाना
1 स्कूल का वाॢषक नतीजा व अध्यापकों की उपलब्धता
1 स्कूल में मौजूदा बुनियादी ढांचा
1 स्कूल में होने वाली सह-शैक्षणिक क्रियाएं
1 स्टूडैंट्स की गिनती
1 स्कूल मैनेजिंग कमेटी व आम लोगों का स्कूल
में योगदान