Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Oct, 2017 02:03 PM
पंजाब में भले ही सरकार कांग्रेस पार्टी की बन चुकी है, लेकिन फगवाड़ा में आज भी भाजपा नेता समूह सरकारी अमले पर पूरी तरह से हावी हैं।
फगवाड़ा (जलोटा): पंजाब में भले ही सरकार कांग्रेस पार्टी की बन चुकी है, लेकिन फगवाड़ा में आज भी भाजपा नेता समूह सरकारी अमले पर पूरी तरह से हावी हैं। और मजाल है कि कोई सरकारी अधिकारी उक्त नेताओं के आगे कुछ कर सके। इसका खुला प्रमाण नगर निगम कार्यालय में भाजपा मेयर बनाम निगम कमिश्रर प्रकरण में तब खुलकर देखने को मिला जब खुलेआम बिना किसी डर के भाजपा नेताओं ने अपने भाजपा मेयर के संग सीधे तौर पर नवनियुक्त निगम कमिश्रर फगवाड़ा के चार्ज लेने से ठीक पहले डंके की चोट पर कमिश्रर कार्यालय पर न केवल कब्जा किया, अपितु कमिश्रर की लगी नेम प्लेट को हटाकर वहां पर निगम मेयर की प्लेट लगा डाली।
इस दौरान जहां कांगे्रसी पार्षद व सीनियर कांग्रेसी नेता निगम कमिश्रर के साथ औपचारिक तौर पर उनका रैस्ट हाऊस में स्वागत कर बैठकें करते ही रहे, पर कड़वी सच्चाई यह है कि कांग्रेसी नेताओं की न तो सरकारी अमले के समक्ष कहीं पर सुनी गई और न ही इन नेताओं की इतनी हिम्मत हुई कि वे निगम परिसर में भाजपा मेयर सहित किसी भी भाजपा नेता अथवा भाजपा के विरुद्ध कुछ बोल सके। कांग्रेसी नेता निगम परिसर में भारी संख्या में पहुंचे जरूर, लेकिन वहां पर सहायक निगम कमिश्रर के कार्यालय में कुछ समय बैठ कर चाय पी कर चुपके से चले गए।
फिलहाल भाजपा फ्रंट फुट पर
घटे राजसी घटनाक्रम के पश्चात यह बात प्रमाणित हो गई है कि फगवाड़ा में हाल-फिलहाल भाजपा फ्रंट फुट पर राजसी पारी खेल कांग्रेसी नेताओं को एक के बाद एक राजसी स्तर पर हर मामले में न केवल पछाड़ रही है, अपितु बुरी तरह से पीछे धकेल रही है। बता दें कि इससे पहले भाजपा नेताओं ने बंगा रोड पर निर्माणाधीन पार्किंग स्थल का खुलेआम सबके सामने उद्घाटन कर यह दर्शाया था कि प्रदेश में चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार है, लेकिन फगवाड़ा में बोलबाला भाजपा नेताओं का है, जबकि कांग्रेसी नेता मीडिया में बयानबाजी करने तक ही रह गए हैं। आज फिर भाजपा नेताओं ने कर दिखाया है कि वे जब कोई काम करते हैं तो उसे बेखौफ होकर पूरा करते हैं। यह चर्चा फगवाड़ा में आम जनता कर रही है।