Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jul, 2017 08:30 AM
अपनी मांगों के लिए संघर्षरत आशा वर्कर्ज एंड फैसिलीटेटर यूनियन द्वारा आज यहां सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष यूनियन की प्रदेश प्रधान सुखविन्द्र कौर के नेतृत्व में विशाल रोष रैली की गई जिसमें जिले के विभिन्न भागों से आई आशा वर्कर्ज बड़ी तादाद में शामिल...
होशियारपुर (जैन): अपनी मांगों के लिए संघर्षरत आशा वर्कर्ज एंड फैसिलीटेटर यूनियन द्वारा आज यहां सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष यूनियन की प्रदेश प्रधान सुखविन्द्र कौर के नेतृत्व में विशाल रोष रैली की गई जिसमें जिले के विभिन्न भागों से आई आशा वर्कर्ज बड़ी तादाद में शामिल हुईं।
इस मौके संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ आशा वर्करों का मामूली भत्ता देकर आॢथक व मानसिक शोषण किया जा रहा है। प्रसूति केस ले जाने के समय अस्पतालों में इनकी बेहद खज्जल खुआरी होती है।
सिविल सर्जन को सौंपा मांग पत्र
यूनियन नेत्रियों ने अपनी मांगों को लेकर सिविल सर्जन को एक मांगपत्र सौंपा जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर यूनियन के साथ बातचीत के माध्यम से मांगों को हल न किया गया तो पूरे राज्य में संघर्ष का बिगुल बजा दिया जाएगा।
इन्होंने भी की आवाज बुलंदपरमजीत कौर, राज रानी, मंजीत कौर, बलविन्द्र कौर, हरनिन्द्र कौर, जसवीर कौर, बलजिन्द्र कौर, आशा, कमलजीत कौर, सुखराज कौर, मनप्रीत कौर, रछपाल कौर, सर्बजीत कौर व कुलविन्द्र कौर के अलावा आंगनबाड़ी यूनियन की तरफ से शर्मिला देवी व कशमीर कौर, पैरामैडीकल यूनियन की तरफ से मंजीत सिंह बाजवा व प्रदीप सिंह, फार्मासिस्ट नेता गोपाल मल्होत्रा, पंजाब सुबार्डीनेट सर्विसिज फैडरेशन से मंजीत सिंह सैनी, रामजी दास चौहान, इंद्रजीत विरदी व जीत सिंह।
क्या हैं आशा वर्करों की मांगें
-इन्सैंटिव में वृद्धि की जाए।
-गर्मियों व सर्दियों में वर्दियां दी जाएं।
-हर माह मोबाइल भत्ता दिया जाए।
-आशा वर्करों को प्रति माह 6500 रुपए मान भत्ता दिया जाए।
-फैसिलीटेटरों को 700 रुपए मान भत्ता व हर टूर के 300 रुपए दिए जाएं।
-7 आशा वर्करों के पीछे एक फैसिलीटेटर रखा जाए। मोबाइल सैट व सिम प्रदान किए जाएं।
-आशा वर्करों का 10 लाख का मुफ्त बीमा किया जाए।