Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jun, 2017 03:35 PM
1 जुलाई से जी.एस.टी. लागू हो रहा है। इससे यहां कारोबारियों और व्यापारियों की परेशानी बढ़ी हैं वहीं जो अकाऊंटैंट वैट प्रणाली में 2 से 3 हजार रुपए
लुधियाना(सेठी): 1 जुलाई से जी.एस.टी. लागू हो रहा है। इससे यहां कारोबारियों और व्यापारियों की परेशानी बढ़ी हैं वहीं जो अकाऊंटैंट वैट प्रणाली में 2 से 3 हजार रुपए लेकर पार्ट टाइम काम कर देता था, वह अब 15 हजार से अधिक की बात करने लगा है, क्योंकि इस कर प्रणाली में कोई भी कारोबारी पार्ट टाइम अकाऊंटैंट नहीं रख पाएगी।
इसलिए उन्हें अब फुलटाइम ही अकाऊंटैंट रखना पड़ेगा, जिसका कारण छोटी-सी गलती पर जेल, महीने में 3 रिटर्न, जटिल इन्वॉयस, ई-वे बिल सहित बहुत-सी असमंजस वाली इस प्रणाली के लिए अकाऊंटैंट को भी सूझबूझ से काम करना पड़ेगा। इसके लिए कारोबारी को 15 से 20 हजार रुपए वाला सिस्टम भी लगाना पड़ेगा और अकाऊंटिंग सॉफ्टवेयर अलग से लेना पड़ेगा। अब टैक्स चोरी के सुराग भी बंद हो जाएंगे। इसलिए छोटे कारोबारी के लिए काम करना आसान नहीं रहेगा, जबकि इस समय महानगर में 60 हजार के लगभग रजिस्टर्ड डीलर हैं, जिनका 8 से 10 हजार के लगभग अकाऊंटैंट काम देखते हैं परंतु नई प्रणाली में यह संख्या कम पड़ेगी, क्योंकि पहले एक अकाऊंटैंट 3-4 यूनिटों को देखता था परंतु नई प्रणाली में वह 1-2 से अधिक यूनिट नहीं देख पाएगा।