Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Aug, 2017 10:03 AM
केन्द्र सरकार द्वारा देश के 5 राज्यों को गुड्स सर्विस टैक्स से मुक्त करने के चलते राज्य के लोगों में इस बात का रोष पाया जा रहा है कि हमेशा की भांति
फिरोजपुर (जैन): केन्द्र सरकार द्वारा देश के 5 राज्यों को गुड्स सर्विस टैक्स से मुक्त करने के चलते राज्य के लोगों में इस बात का रोष पाया जा रहा है कि हमेशा की भांति इस बार भी केन्द्र ने पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार किया है। व्यापारियों द्वारा की गई बातचीत के बाद एक बात स्पष्ट हुई है कि पंजाब के व्यापार, इंडस्ट्री को लेकर मोदी सरकार बिल्कुल भी संजीदा नहीं है, जिसके चलते उन्हें जी.एस.टी. से राहत प्रदान नहीं की गई। व्यापारी वर्ग ने खुलकर भड़ास निकालते हुए कहा कि केन्द्र को चाहिए कि वह पंजाब को खुशहाल बनाने में मदद करे ताकि गुरुओं की धरती पंजाब में व्यापार बढ़ सके।
हालात इस कदर बने हुए हैं कि अभी तक न तो व्यापारियों को जी.एस.टी. के बारे में पूरी नॉलेज है और न ही अधिकारियों को। राज्य में व्यापार पूरी तरह से ठप्प है। इंडस्ट्रियां बंद हो रही हैं और नौजवान बेरोजगारी का सामना करते हुए विदेशों की तरफ भाग रहे हैं। जी.एस.टी. ने व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है और बाजार में ग्राहक दिखाई नहीं दे रहा।
-एन.आर. अग्रवाल, प्रदेशाध्यक्ष पंजाब डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन
मोदी सरकार ने हमेशा व्यापारी वर्ग को कुचलने की कोशिश की है। नोटबंदी के बाद से लेकर जी.एस.टी. लगने तक कारोबार ठप्प चुका है। हरेक ट्रेड का व्यापारी बेरोजगार है। जी.एस.टी. लगाकर व्यापारी वर्ग को नई मुसीबत में डाला गया है। सरकार को चाहिए कि वह पंजाब में भी छूट दे।
-संजय मित्तल, प्रधान, कम्प्यूटर पार्ट्स एसोसिएशन
केन्द्र को जल्द प्रयास करके पंजाब से जी.एस.टी. हटाने संबंधी ठोस कदम उठाने चाहिएं और इस संबंधी कैंट व्यापार मंडल द्वारा केन्द्र के नाम ज्ञापन भी भेजा जाएगा। जी.एस.टी. हटने से पंजाब को भारी राहत मिलेगी।
-नवीन मित्तल, पदाधिकारी, व्यापार मंडल कैंट